भारी पड़ा वर्दी का रौब दिखाना, दारोगा समेत सात पर मुकदमा दर्ज Gorakhpur News
पुलिस वर्दी का धौंस देने वाले चौकी प्रभारी दारोगा सेवानिवृत्त प्रोफेसर पर कैंट पुलिस ने केस दर्ज किया है। आरोप है कि चौकी प्रभारी ने लोक सेवक के पद का दुरुपयोग करते हुए जालसाजी कर इलेक्ट्रानिक साक्ष्य तैयार किया है। पुलिस आरोप की जांच कर रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। बेतियाहाता के पूर्व चौकी प्रभारी व वर्तमान में सिद्धार्थनगर में विजोरा चौकी प्रभारी अमित चतुर्वेदी, दारोगा अजीत चतुर्वेदी, सेवानिवृत्त प्रोफेसर हरदयाल सिंह बोरा, उनके पुत्र समेत सात नामजद और कई अज्ञात पर कैंट पुलिस ने केस दर्ज किया है।आरोप है कि चौकी प्रभारी ने लोक सेवक के पद का दुरुपयोग करते हुए जालसाजी कर इलेक्ट्रानिक साक्ष्य तैयार किया है। पुलिस आरोप की जांच कर रही है।
कोर्ट के आदेश पर कैंट पुलिस ने की कार्रवाई, जांच शुरू
बेतियाहाता दक्षिणी निवासी महेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि 2017 से हरदयाल बोरा के मकान को किराए पर लेकर वह स्कूल चलाते हैं। 14 अक्तूबर 2020 की रात में सूचना मिली कि विद्यालय का ताला तोड़कर कुछ लोग सामान गाड़ी में लोड कर रहे है। मौके पर गया तो देखा कि हरदयाल सिंह होरा के संरक्षण में पुनीत होरा अपने सहयोगियों के साथ गाड़ी में सामान लोड कर रहे थे। उसी समय एसएसपी को मोबाइल पर सूचना दी गई तथा अपने दामाद के साथ जाकर चौकी पर पूरी घटना बताया।
पद का दुरुपयोग कर जालसाजी करने का है आरोप
तत्कालीन चौकी प्रभारी अमित चतुर्वेदी मौके पर पहुंचते ही सूचना को फर्जी बता उन्हें गाली देने लगे। जेल भेजने की धमकी देते हुए उनके साथ मारपीट की। उन्हें फंसाने के लिए चौकी प्रभारी ने हरदयाल की बेटी को बुलाकर उनके और बेटे के खिलाफ छेडख़ानी और कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया। चौकी प्रभारी अमित व थाने पर तैनात दारोगा अजीत कुमार चतुर्वेदी सरकारी कर्मचारी होते हुए भी पद का दुरुपयोग कर साजिश के तहत हरदयाल सिंह का सहयोग किया। पूरी घटना सीसी कैमरे में रिकार्ड है। जिसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की गई। सीओ कैंट सुमित शुक्ल ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है।