दहेज की खातिर बारात लाने से इन्कार
करजा थाना क्षेत्र के दारापट्टी में दहेज की खातिर शादी के दिन ही अचानक वर पक्ष द्वारा बारात लाने से इन्कार कर दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
मुजफ्फरपुर : करजा थाना क्षेत्र के दारापट्टी में दहेज की खातिर शादी के दिन ही अचानक वर पक्ष द्वारा बारात लाने से इन्कार कर दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में कन्या पक्ष ने वर पक्ष के लोगों के खिलाफ करजा थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है। थाने को सौंपे आवेदन में कहा कि दारापट्टी निवासी मो. साबिर की पुत्री की शादी पानापुर ओपी क्षेत्र के हरचंदा निवासी मो. असलम के पुत्र मो. रिजवान से 22 नवंबर को तय थी। निकाह का समय इसी दिन दोपहर 2:00 बजे तय था। पंडाल निर्माण सहित नाश्ता-खाना आदि की तैयारी पूरी कर ली गई थी। सारे रिश्तेदार भी पहुंच चुके थे। कन्या पक्ष के लोग रविवार को अपने रिश्तेदारों व समाज के लोगों के साथ बारात का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच लड़के के पिता मो. असलम द्वारा फोन कर बताया गया कि बेटी को देने के लिए रखे गए टीवी, फ्रिज, फर्नीचर, बर्तन आदि सामान पसंद नहीं है। इसके बदले दो लाख रुपये भेज दें। पैसे मिलने के बाद ही बारात लाने की बात कही। फोन पर इस तरह की बात सुनते ही कन्या पक्ष के लोग सन्न रह गए। स्थानीय मुखिया विकास कुमार के साथ कुछ अन्य लोगों को लेकर वर पक्ष के दरवाजे पर गए, जहा बगैर दो लाख रुपये दिए उन लोगों के द्वारा बरात नहीं ले जाए जाने की बात कही गई। यही नहीं, वर पक्ष के लोगों ने हरचंदा पहुंचे लोगों के साथ दुर्व्यवहार भी किया। मामले को लेकर कन्या के पिता मो. साबिर ने मो असलम, मो रिजवान, मुन्नू, मीनापुर के मुख्तार अंसारी व मो असगर के खिलाफ आवेदन देकर कार्रवाई की माग की है। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष दयाशकर दुबे ने बताया कि आवेदन के आलोक में मामले की जाच पड़ताल की जा रही है।