कोंच की रामलीला : भगवान राम ने आदर्श जीवन जीने की दी शिक्षा
संवाद सहयोगी कोंच कस्बे के बजरिया इलाके में श्री नवलकिशोर रामलीला समिति के तत्वावधान में
संवाद सहयोगी, कोंच : कस्बे के बजरिया इलाके में श्री नवलकिशोर रामलीला समिति के तत्वावधान में मंच पर राम प्राकट्य लीला का मंचन किया गया। रामलीला मंच पर जाकर एमएलसी प्रतिनिधि आर पी निरंजन ने भगवान का दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने राक्षसी प्रवृत्तियों का नाश करने के लिए धरा धाम पर अवतार धारण किया और लोगों को आदर्श मानव जीवन जीने की शिक्षा दी।
लीला में कलाकरों के द्वारा लंकाधिपति रावण, उसके भाई कुंभकर्ण व विभीषण घोर तपस्या करके ब्रह्मा जी से वरदान प्राप्त कर लेते हैं और रावण के अत्याचार पृथ्वी पर बढने लगते हैं। पृथ्वी का आर्तनाद सुन कर और नारद के श्राप को सफल करने के लिए श्रीहरि अयोध्या में महाराज दशरथ के यहां चार अंशों राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के रूप में अवतार धारण कर लेते हैं। मनु का अभिनय वीरेन्द्र त्रिपाठी, शतरूपा कामेश्वर पाटकार, दशरथ नेमिचंद्र अग्रवाल, इंद्र अनिल अग्रवाल, शंकर पवन खिलाड़ी, रावण रामप्रकाश पाटकार, कुंभकरण अवधेश पटेल, विभीषण सुखनंदन राजपूत, मेघनाद सोनू दुबे, कौशल्या सूरज शर्मा, कैकेई राजेंद्र, सुमित्रा प्रशांत, वशिष्ठ रामू पटैरया ने अभिनय किया। आटा में कथा के महत्व को समझें और भगवान का करें स्मरण
संवाद सूत्र, आटा : धर्म को जानने और मानने के लिए भक्त बनना पड़ेगा। जब ईश्वर की आराधना बढ़ जाती है तो भक्ति की ²ढ़ता और मजबूत हो जाती है। यह बात आटा कस्बे में चल रही भागवत कथा के पहले दिन कथावाचक देवांश जी महराज ने कही।
कस्बा में भागवत कथा के आयोजन से पूर्व गाजेबाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। रविवार को सुबह भागवत पंडाल में सभी लोग एकत्रित हुए, फिर यहां गाजेबाजे एवं भक्ति गीतों के बीच कलश यात्रा शुरू हुई। इस दौरान महिलाएं कलश लिए साथ चल रही थीं। और आगे कथा वाचक देवांश महाराज चल रहे थे। यह कलश यात्रा बीच डाकघर होते हुए, पुरानी स्टेट बैंक के सामने से भागवत कथा पंडाल में पहुंची। भागवत कथा के प्रथम दिन कथा व्यास देवांश महाराज ने कथा का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि लोग कथा के महत्व को जान जाएं तो कथा के प्रति दृढ़ता और बढ़ जाएगी। कथा व्यास ने कहा कि अभी पैसों के पीछे लोग भाग रहे हैं, लेकिन जब भगवान के महत्व को समझ लेंगे तो भगवान के प्रति यह आस्था और अटूट हो जाएगी।