Move to Jagran APP

Rajaji National Park: राजाजी टाइगर रिजर्व में जल्द ही एक और बाघ-बाघिन होंगे शिफ्ट

राजाजी टाइगर रिजर्व में जल्द ही एक और बाघ-बाघिन को शिफ्ट किया जाएगा। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) के सदस्य और लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने ये बात कही। उन्होंने बाघ के कुनबे को बढ़ाने को लेकर भी विस्तृत जानकारी दी।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 02:46 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 02:46 PM (IST)
Rajaji National Park: राजाजी टाइगर रिजर्व में जल्द ही एक और बाघ-बाघिन होंगे शिफ्ट
Rajaji National Park: राजाजी टाइगर रिजर्व में जल्द ही एक और बाघ-बाघिन होंगे शिफ्ट। जागरण

जागरण संवाददाता, रायवाला(देहरादून)। राजाजी टाइगर रिजर्व में जल्द ही एक और बाघ-बाघिन को शिफ्ट किया जाएगा। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) के सदस्य और लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने ये बात कही। उन्होंने  बाघ के कुनबे को बढ़ाने को लेकर भी विस्तृत जानकारी दी। 

loksabha election banner

एनटीसीए के सदस्य राजीव प्रताप रूडी ने हरिद्वार के राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज में प्रेस वार्ता की। उन्होंने रिजर्व में बाघों के कुनबे को बढ़ाने को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से ट्रांसलोकेट कर राजाजी टाइगर रिजर्व में एक बाघ और बाघिन को छोड़ा गया है। मोतीचूर रेंज में छोड़े गए दोनों बाघ-बाघिन सकुशल हैं। जल्द ही एक बाघिन और बाघ को ट्रांसलोकेट कर राजाजी में लाया जाएगा। बाघों की सुरक्षा के लिए वन मंत्रालय के साथ रेलवे मंत्रालय को भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

एक बाघ और बाघिन पहले ही हो चुके हैं शिफ्ट 

आपको बता दें कि मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में कॉर्बेट से बाघ शिफ्ट करने के लिए वर्ष 2016 में योजना तैयार की गई थी। वर्ष 2017 में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने इसे मंजूरी दी। पार्क के करीब 550 वर्ग किलोमीटर में फैले मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से कुल पांच बाघ लाए जाने हैं, जिनमें से एक बाघिन को बीते माह 24 दिसंबर को मोतीचूर लाया जा चुका है, जबकि दूसरे बाघ को नौ जनवरी को लाया गया है। 

यह भी पढ़ें- Rajaji Tiger Reserve: आखिरकार मिल ही गया बाड़े से गायब बाघ, वन विभाग ने ली राहत की सांस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.