Move to Jagran APP

अब जल्‍द होगी स्कूलों की मान्यता के लिए आनलाइन व्यवस्था

शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों की मान्यता के लिए पोर्टल की शुरूआत जल्द होगी। एनआइसी की ओर से ऐसा पोर्टल तैयार किया जा रहा है जिसमें मान्यता से लेकर नवीनीकरण दस्तावेज अपलोड स्कूल का रिकार्ड सब कुछ एक ही स्थान पर सुरक्षित होगा।

By Prashant MishraEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 08:40 AM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 08:40 AM (IST)
अब जल्‍द होगी स्कूलों की मान्यता के लिए आनलाइन व्यवस्था
कागज दुरुस्त होने पर उन्हें भौतिक सत्यापन के लिए अप्रूवल दिया जाएगा।

रुद्रपुर, बृजेश पांडेय। स्कूलों की मान्यता के लिए अब कागजों के ढेर से मुक्ति मिलेगी। फाइलों का ढेर व एक ही आपत्ति के निस्तारण में महीनों नहीं लगेंगे। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों की मान्यता के लिए पोर्टल की शुरूआत जल्द होगी। एनआइसी की ओर से ऐसा पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जिसमें मान्यता से लेकर नवीनीकरण, दस्तावेज अपलोड, स्कूल का रिकार्ड सब कुछ एक ही स्थान पर सुरक्षित होगा।

loksabha election banner

हर साल जिला शिक्षा कार्यालय में स्कूलों की मान्यता संबंधित नई फाइलें जमा होती हैंं। इसके अलावा नवीनीकरण के लिए भी फाइलें खोलनी होती हैं। ऊधमङ्क्षसह नगर में वर्तमान में कुल 953 पब्लिक स्कूल हैं। इसमें बाजपुर में 84, रुद्रपुर में 212, खटीमा में 118, काशीपुर में 175, सितारगंज में 140, जसपुर 111 एवं गदरपुर में 113 स्कूल हैं, जिन्हें शिक्षा विभाग की ओर से मान्यता दी गई है। इन स्कूलों की मान्यता के बाद नवीनीकरण आदि का कार्य हर साल चलता है।

अब तक विभाग में मान्यता के लिए हार्डकापी जमा होती है। एक स्कूल की मान्यता में एक माह से लेकर एक वर्ष तक का वक्त लग जाता है। इस प्रक्रिया में अब पारदर्शिता लाने के लिए मान्यता से संबंधित पोर्टल जारी किया जाएगा। इस पोर्टल पर मान्यता के लिए आवेदनकर्ता समस्त प्रमाण-पत्रों को स्कैन कर अपलोड करेंगे। साथ ही आवश्यक इनुपट भरेंगे। इसके बाद आवेदन सबमिट करेंगे। आवेदन सबमिट करने के बाद विभागीय मान्यता पटल में स्कूल की ओर से अपलोड किए गए दस्तावेजों का अवलोकन किया जाएगा। सब दुरुस्त होने पर उन्हें भौतिक सत्यापन के लिए अप्रूवल दिया जाएगा।

शासन की रहेगी नजर

आनलाइन मान्यता पर शासन की नजर रहेगी। पोर्टल पर कौन से दस्तावेज कब अपलोड हुए हैं और अगले चरण के लिए निर्धारित समय का पालन किया गया या नहीं, मान्यता की फाइल पूरी होने में लगा समय आदि की मानीटङ्क्षरग भी हो सकेगी।

समय की होगी बचत

आनलाइन प्रक्रिया शुरू होने से समय की बचत होगी। दरअसल आफलाइन प्रक्रिया के दौरान मान्यता के लिए कई पेज होते हैं। जिन्हें लगाने में, फाइल बनाने में, दस्तावेजों के सत्यापन एवं आपत्तियों पर संबंधित पृष्ठ को खोजने में काफी समय लगता है। आनलाइन डेटा होने से आसानी होगी। जिस पेज पर आपत्ति होगी उसे सुधारने के लिए सीधे पोर्टल पर भेज दिया जाएगा।

एक क्लिक पर मौजूद होगा विवरण

आफलाइन प्रक्रिया में फाइल जमा करने के बाद स्कूलों का विवरण निकालने में लंबा समय लगता है। ब्लाकवार स्कूलों की सूची, कितने स्कूलों का नवीनीकरण किया गया है, कितने बकाया हैं आदि सहित अन्य सूचनाएं इकठ्ठा करने में कर्मचारियों को काफी वक्त लग जाता है। एक ही स्थान पर सूचनाएं एकत्रित होने से एक क्लिक में पूरी जानकारी सामने होगी।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मान्यता के लिए जल्द आनलाइन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आइडी एवं पासवर्ड आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। आनलाइन प्रक्रिया होने से मान्यता कार्य में पारदर्शिता आएगी और समय की बचत होगी।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.