मकर सक्राति पर देवी मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
संवाद सहयोगी बिलावर मकर संक्रंाति के उपलक्ष्य पर बिलावर के मंदिरों में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा
संवाद सहयोगी, बिलावर: मकर संक्रंाति के उपलक्ष्य पर बिलावर के मंदिरों में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। लोगों ने भगवान से मंगलमय भविष्य की कामना को लेकर देवी मंदिरों में माथा टेका। इस दौरान लोगों ने धाíमक अनुष्ठान करने के साथ-साथ दान पुण्य किया। इसके अलावा बिलावर के बिल्केश्वर मंदिर माता सुकराला देवी के दरबार में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाकर पूजा अर्चना की। बिल्केश्वर मंदिर में सुबह जैसे ही मंदिर के कपाट खुले, कतारें लगनी शुरू हो गई। लोगों ने भगवान बिल्केश्वर पर जलाभिषेक किया तो माता सुकराला देवी के दरबार में हाजिरी लगाकर आशीष निभाया और मंगलमय भविष्य की कामना की। लोगों ने महामारी के इस दौर को खत्म करने और आने वाले समय में सब मंगल में हो इसकी कामना भी माता सुकराला देवी से की।
उधर, उपराज्यपाल तथा श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन मनोज सिन्हा ने मकर सक्रांति पर वीरवार को मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाकर राज्य की सुख-शांति की कामना की। मुख्य पुजारी, प्रकांड पंडितों के साथ विधिवत मंत्रोच्चारण के बीच स्वर्ण युक्त प्राचीन गुफा की पूजा-अर्चना की। इससे पहले उपराज्यपाल जम्मू से सड़क मार्ग से आधार शिविर कटड़ा पहुंचे। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के आध्यात्मिक केंद्र में कॉल सेंटर का उद्घाटन किया। श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक की।
शाम करीब 4 बजे कटड़ा से नए ताराकोट मार्ग से कार से आद्क्वांरी पहुंचे। वहां से बैटरी कार से 4:30 बजे मां वैष्णो देवी के भवन पहुंचे। इस मौके पर सीईओ श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड रमेश कुमार ने बताया कि सर्दी को देखते हुए मां वैष्णो देवी भवन के साथ ही सभी मार्गो पर अंगीठी की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं के लिए गर्म पानी व कंबल की उचित व्यवस्था की गई है। उपराज्यपाल ने सीईओ से कहा कि समय पर सभी कार्य पूरे कर लिए जाएं ताकि श्रद्धालुओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिले। शाम 6 बजे उपराज्यपाल बैटरी कार में सवार होकर कटड़ा और वहां से सीधे जम्मू के लिए रवाना हो गए। इस मौके पर रियासी की जिला आयुक्त इंदु कंवल चिब, एसएसपी रश्मि वजीर के साथ ही प्रशासनिक तथा श्राइन बोर्ड प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।