रेलवे टिकट का अवैध सॉफ्टवेयर बनाने वाला हामिद अशरफ गोंडा न्यायालय में पेश
आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रमवापुर गांव निवासी हामिद अशरफ के खिलाफ वर्ष 2019 में रेलवे एक्ट में मुकदमा किया गया था। उस पर रेलवे के ई टिकटों के अवैध कारोबार के लिए अनाधिकृत तरीके से साफ्टवेयर बनाने का आरोप है।
गोंडा, जेएनएन। बंगलुरु में पकड़े गए रेलवे के ई टिकट के लिए अवैध सॉफ्टवेयर बनाने वाले गिरोह के सरगना हामिद अशरफ को मंगलवार को यहां लाया गया। शाम को रेलवे सुरक्षा बल ने गोंडा में उसके खिलाफ पंजीकृत मुकदमे में उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया। आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रमवापुर गांव निवासी हामिद अशरफ के खिलाफ वर्ष 2019 में रेलवे एक्ट में मुकदमा किया गया था। उस पर रेलवे के ई टिकटों के अवैध कारोबार के लिए अनाधिकृत तरीके से साफ्टवेयर बनाने का आरोप है।
उन्होंने बताया कि लंबे समय से आरोपित की तलाश की जा रही थी। उस पर गोंडा के अतिरिक्त बस्ती, बंगलुरु व दिल्ली में भी मुकदमे हैं। इस मामले में उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। इसी बीच खोड़ारे थाना क्षेत्र के एक स्कूल में हुए विस्फोट के मामले में भी हामिद अशरफ का नाम आया। इसके बाद वह विदेश भाग गया गया। इसी बीच बस्ती में उससे जुड़े लोगों पर पुलिस के शिकंजा कसने के बाद वह वापस भारत लौटा। बंगलुरु एयरपोर्ट पर उसे रोक लिया गया। वहां से मिली सूचना के आधार पर गोंडा व बस्ती से रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने वहां पहुंचकर उसे हिरासत में लिया। ट्रांजिट रिमांड के बाद उसे गोंडा लाया गया। शाम को जिला अस्पताल में मेडिकल व कोरोना की जांच कराई गई।
फ्लाइट से भेजी गई टीम
हामिद अशरफ को बंगलुरु एयरपोर्ट पर आने की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी सतर्क हो गए। आनन फानन में आरपीएफ इंस्पेक्टर गोंडा प्रवीण कुमार, बस्ती के निरीक्षक नरेंद्र यादव, गोरखपुर के निरीक्षक दशरथ प्रसाद, हरैया थानाध्यक्ष सर्वेश राय व बस्ती के सर्विलांस टीम प्रभारी जितेंद्र सिंंह को फ्लाइट से भेजा गया था।