चुनाव खत्म, डीजल महंगा
चुनाव खत्म होते ही सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों ने डीजल की कीमत में एक रुपये प्रति लीटर की वृद्धि कर दी है। इससे सोमवार आधी रात से डीजल महंगा हो गया। दिल्ली में वैट जैसे शुल्क मिलाकर डीजल की कीमत में कुल 1.22 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इससे यहां नई कीमत 56.61 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। अगर नई सरकार ने अड़ंगा नहीं लगाया तो इस हफ्ते के अंत तक तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम में भी करीब एक रुपये का इजाफा कर सकती हैं।
नई दिल्ली, जाब्यू। चुनाव खत्म होते ही सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों ने डीजल की कीमत में एक रुपये प्रति लीटर की वृद्धि कर दी है। इससे सोमवार आधी रात से डीजल महंगा हो गया। दिल्ली में वैट जैसे शुल्क मिलाकर डीजल की कीमत में कुल 1.22 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इससे यहां नई कीमत 56.61 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। अगर नई सरकार ने अड़ंगा नहीं लगाया तो इस हफ्ते के अंत तक तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम में भी करीब एक रुपये का इजाफा कर सकती हैं।
तेल कंपनियों को डीजल को हर महीने 50 पैसे महंगा करने की आजादी है। पिछली बार एक मार्च, 2014 को डीजल महंगा किया गया था। उसके बाद चुनावों की वजह से सरकार ने डीजल की कीमत बढ़ाने की छूट नहीं दी, जबकि इस बीच पेट्रोल को सस्ता किया गया। यही वजह है कि तेल कंपनियों ने पिछले दो महीने के बराबर डीजल में एक रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी की है। वैसे, इस वृद्धि के बावजूद डीजल पर तेल कंपनियों को 5.71 रुपये प्रति लीटर का घाटा उठाना पड़ेगा।
संप्रग सरकार ने जनवरी, 2013 में यह फैसला किया था कि हर महीने डीजल को 50 पैसे महंगा किया जाएगा। यह वृद्धि तब तक होनी थी, जब तक कि डीजल पर होने वाला घाटा न कम हो जाए। तेल कंपनियां तबसे डीजल की कीमत में 8.33 रुपये की बढ़ोतरी कर चुकी हैं। अब देखना होगा कि नई सरकार संप्रग के इस फैसले को यूं ही लागू रहने देती है या इसमें कोई फेरबदल करती है। एलपीजी सब्सिडी को लेकर भी अगली सरकार के रुख का सभी को इंतजार है।
डीजल की खबर की टेबल
शहर, पुरानी कीमत, नई कीमत, वृद्धि
दिल्ली, 55.49 , 56.71, 1.22
कोलकाता , 60.11 , 61.38 , 1.27