अरोड़ा महासभा का विवाद खत्म, ऋषि अरोड़ा को फिर मिली प्रधान पद की कमान
अरोड़ा महासभा के प्रधान पद को लेकर पिछले दिनों चला विवाद खत्म हो गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
अरोड़ा महासभा के प्रधान पद को लेकर पिछले दिनों चला विवाद खत्म हो गया है। संस्था के वरिष्ठ सदस्य व पदाधिकारियों ने फिर से ऋषि अरोड़ा को प्रधान नियुक्त किया है। इस संबंध में आयोजित बैठक की शुरुआत में कोरोना महामारी में मारे गए लोगों की आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इसके उपरांत श्री हनुमान चालीसा पाठ व श्री सुखमणि साहिब का पाठ किया गया। इस मौके पर महासभा के जिला प्रधान को लेकर वरिष्ठ सदस्यों ने ऋषि अरोड़ा का नाम प्रस्तावित किया, जिस पर सभी ने अपनी सहमति की मुहर लगा दी।
इसी तरह रविद्र सिंह अनेजा को चेयरमैन व जतिदर कुमार अरोड़ा को महासचिव चुना गया। ऋषि अरोड़ा ने संगठन की मजबूती के लिए सभी को साथ लेकर चलने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हिदू-सिख एकता का प्रतीक अरोड़ा महासभा द्वारा मानवता की सेवा के लिए भी कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही जिला कमेटी की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि संस्था का कार्य मानवता की सेवा करना है, जो आगे भी जारी रहेगी। इस मौके पर शाहकोट के अध्यक्ष प्रवीण ग्रोवर अरोड़ा, नकोदर के अध्यक्ष भूपेंद्र टक्कर, सुदर्शन छाबड़ा, जत्थेदार जगजीत सिंह गाबा, लेफ्टिनेंट कर्नल आरएल अरोड़ा, अनुशासन कमेटी के चेयरमैन प्रदुमन सिंह ठुकराल, जनेश अरोड़ा, जतिदर कुमार, अश्वनी अरोड़ा, भाजपा व्यापार सैल के प्रधान रंजीत आर्य, पार्षद मिटू जुनेजा, सुरजीत सिंह अरोड़ा, रोहित अरोड़ा, अतुल अरोड़ा, सुमित मखीजा, विकास लखानी, संजीव सावरिया, अमरजीत सिंह ढींगरा, राज कुमार अरोड़ा, हरलीन सिंह अरोड़ा, दिनेश कमल अरोड़ा, मुकेश मदान, एडवोकेट रोहित गंभीर के अलावा अन्य लोग भी मौजूद थे।