दिल्ली, बिहार व महाराष्ट्र से आने वाले कराएं कोरोना जांच
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप व अन्य राज्यों में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार सजग हो गई है। राज्य सरकार ने सभी जनपदों में संक्रमण पर नियंत्रण रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने के दिशानिर्देश दिए हैं। जनपद में भी संक्रमण के केसों में वृद्धि देखने को मिल रही है। दैनिक आंकड़ा बढ़ने लगा है। इसके मद्देनजर प्रभारी सीएमओ डॉ. सीएम चतुर्वेदी ने जनपद में बाहर से आने वाले लोगों पर निगरानी रखने व रैंडम सैंपलिग कराकर जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
पीलीभीत, जेएनएन: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप व अन्य राज्यों में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार सजग हो गई है। राज्य सरकार ने सभी जनपदों में संक्रमण पर नियंत्रण रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने के दिशानिर्देश दिए हैं। जनपद में भी संक्रमण के केसों में वृद्धि देखने को मिल रही है। दैनिक आंकड़ा बढ़ने लगा है। इसके मद्देनजर प्रभारी सीएमओ डॉ. सीएम चतुर्वेदी ने जनपद में बाहर से आने वाले लोगों पर निगरानी रखने व रैंडम सैंपलिग कराकर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभारी सीएमओ ने सभी एमओआइसी को क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने के साथ ही दिल्ली, बिहार व महाराष्ट्र से आने वाले लोगों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि अपने आसपास बाहरी प्रदेशों से आने वाले लोगों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें। स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षण करेगी जिससे संबंधित व्यक्ति, उसका परिवार व आसपास का समाज संक्रमण को लेकर आशंकित न रहे।
सैंपल की गुणवत्ता में मिली कमी तो होगी कार्रवाई
प्रभारी सीएमओ डॉ. सीएम चतुर्वेदी ने सभी एमओआइसी व आरआर टीमों को सैंपल लेते समय सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सैंपल की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। अगर सैंपल लेने की प्रक्रिया में कोई कमी सामने आती है तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। ट्रेसिग, टेस्टिग व ट्रीटमेंट में बरतें गंभीरता
स्वास्थ्य टीमें, आशा, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता क्षेत्रों में निरंतर भ्रमण करती रहें। कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में रहे अधिक से अधिक लोगों को ट्रेस कर सैंपलिग की जाए। इसके अलावा, स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचने वाले लक्षणयुक्त मरीजों का तुरंत आरटी-पीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाए। आवश्यक होने पर एंटीजन किट से जांच कराई जाए। संक्रमित लोगों की सूचना मिलते ही टीमें जल्द से जल्द उससे संपर्क कर उचित इलाज मुहैया कराएं।