संसाधनों की नींव पर बनेगी विकास की इमारत
औरैया। कतार के आखिरी आदमी तक विकास की किरण पहुंचाने के लिए तेज रफ्तार विकास आवश्यक है। अकूत संसाधनों की मौजूदगी के बावजूद जिले के बुनियादी ढाचे का वाछित विकास नहीं किया जा सका है। प्रबल इच्छा शक्ति से संसाधनों की इसी नींव पर विकास की बुलंद इमारत का निर्माण संभव है।
औरैया। कतार के आखिरी आदमी तक विकास की किरण पहुंचाने के लिए तेज रफ्तार विकास आवश्यक है। अकूत संसाधनों की मौजूदगी के बावजूद जिले के बुनियादी ढाचे का वाछित विकास नहीं किया जा सका है। प्रबल इच्छा शक्ति से संसाधनों की इसी नींव पर विकास की बुलंद इमारत का निर्माण संभव है। प्लास्टिक सिटी और आइटीबीपी ट्रेनिंग सेंटर विकास के इस सफर में मील का पत्थर साबित होंगे। यूपीएसआइडीसी के प्रस्तावित ग्रोथ सेंटर में प्लास्टिक कार्ड की मंजूरी मिलते ही उन्नति का सूर्य जनपद के क्षितिज पर चमक उठा है। अधिग्रहीत 225 एकड़ जमीन पर प्लास्टिक कार्ड का निर्माण होगा। गेल के पाता पेट्रो केमिकल संयंत्र से प्लास्टिक दाना (एचडीपीई व एलएलडीपीई) कच्चे माल के रूप में मुहैया होगा जबकि एनटीपीसी से 650 मेगावाट बिजली की निर्बाध आपूर्ति उपलब्ध रहेगी। इसके लिए 150 सैकड़ा उद्यमियों के आवेदन पत्र आ चुके हैं। उद्योगों की स्थापना से कुशल व अकुशल श्रम को रोजगार के बड़े अवसर उपलब्ध होंगे जिससे सर्वागीण विकास की स्वत: स्फूर्त पहल होगी। इसके साथ ही मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं जैसे बिजली, जल निकासी, प्रदूषण नियंत्रण, दूर संचार, पुलिस व फायर स्टेशन, जिला उद्योग केंद्र, प्रशिक्षण भवन की स्थापना भी क्षेत्र की तस्वीर में आमूलचूल परिवर्तन की पृष्ठभूमि तैयार करेगी। उधर बीहड़ भी नई करवट लेने जा रहा है। इंडो तिब्बत बार्डर पुलिस के ट्रेनिंग सेंटर को केंद्र से मंजूरी मिल चुकी है। कई एकड़ बीहड़ी क्षेत्र का समतलीकरण कराकर ट्रेनिंग सेंटर की इमारतों का निर्माण होगा, इससे तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। संसाधनों पर नजर डालें तो यमुना व सेंगुर समेत प्रमुख क्षेत्रीय नदिया, निचली गंग नहर, भोगनीपुर प्रखंड नहर, इलाहाबाद गंग नहर, दिल्ली हावड़ा रेलमार्ग, फोरलेन नेशनल हाइवे-2(अब सिक्स लेन प्रस्तावित) तथा मजबूत मैन पावर के आधार पर उम्मीद की जा सकती है कि जल्द ही जनपद का कायाकल्प होगा।
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