पहलवान योगेश्वर की रजत की उम्मीद टूटी
भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त के लंदन ओलंपिक में जीते गए कांस्य पदक के रजत में बदलने की संभावना लगभग समाप्त हो गयी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त के लंदन ओलंपिक में जीते गए कांस्य पदक के रजत में बदलने की संभावना लगभग समाप्त हो गयी है, लेकिन भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआइ) ने मंगलवार को दावा किया कि उसे इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) ने 2012 खेलों में पुरुष फ्रीस्टाइल में 60 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीतने वाले रूस के स्वर्गीय पहलवान बेसिक कुदुकोव के खिलाफ जांच समाप्त करने का फैसला किया है, जिससे योगेश्वर की रजत हासिल करने की उम्मीदें भी समाप्त हो गयीं। कुदुकोव की 2013 में कार दुर्घटना में मौत हो गयी थी। उनके पुराने नमूने का वाडा ने कुछ दिन पहले फिर से परीक्षण किया था, जो प्रतिबंधित स्टेरायड के सेवन के लिए पॉजीटिव पाया गया था। उनका मामला तीन सदस्यीय आइओसी अनुशासन आयोग को सौंपा गया, लेकिन समिति ने कुदुकोव के खिलाफ जांच खत्म करने का फैसला किया।
विश्व कुश्ती महासंघ के उपाध्यक्ष जियोग्री ब्रयुसोव ने कहा, 'आइओसी कुदुकोव को लंदन ओलंपिक खेलों में जीत गए रजत पदक से वंचित नहीं करेगी।' लेकिन डब्ल्यूएफआइ को इस बारे में अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। डब्ल्यूएफआइ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा, 'हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है कि उनका पदक नहीं बदला जाएगा। रियो ओलंपिक से पहले हमें बताया गया था कि कुदुकोव को पॉजीटिव पाया गया है और योगेश्वर का कांस्य पदक रजत में बदलने से पहले उनके लंदन ओलंपिक के नमूने का परीक्षण किया जाएगा। लेकिन इसके बाद हमें अब तक इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।'
आइओसी ने 2008 और 2012 ओलंपिक के अलावा कई अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में लिए गए नमूनों का बेहतर तकनीक से फिर से परीक्षण करवाया ताकि उनमें प्रतिबंधित पदाथरें का पता लगाया जा सके। जब यह खबर आयी थी कि कुदुकोव को पॉजीटिव पाया गया है और उनका रजत योगेश्वर को मिलेगा तो भारतीय पहलवान ने यह पदक स्वीकार करने से इन्कार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पदक इस स्वर्गीय पहलवान के परिजनों के पास ही रहना चाहिए। योगेश्वर ने ट्वीट किया था, 'यदि संभव हो तो उन्हें पदक रखने की अनुमति मिलनी चाहिए। मेरे लिए मानवता सर्वोपरि है।'