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विजेंद्र का होगा डोप टेस्ट

नई दिल्ली। बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ड्रग्स मामले में बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं। विवाद खत्म करने की मुहिम के तहत खेल मंत्रालय ने सोमवार को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी [नाडा] को तत्काल स्टार मुक्केबाज का डोप टेस्ट करने का निर्देश दिया। पंजाब पुलिस ने विजेंद्र पर हेरोइन लेने का आरोप लगाया है।

By Edited By: Published: Mon, 01 Apr 2013 09:20 PM (IST)Updated: Mon, 01 Apr 2013 10:05 PM (IST)
विजेंद्र का होगा डोप टेस्ट

नई दिल्ली। बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ड्रग्स मामले में बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं। विवाद खत्म करने की मुहिम के तहत खेल मंत्रालय ने सोमवार को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी [नाडा] को तत्काल स्टार मुक्केबाज का डोप टेस्ट करने का निर्देश दिया। पंजाब पुलिस ने विजेंद्र पर हेरोइन लेने का आरोप लगाया है।

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विजेंद्र का नाम ड्रग्स बरामदगी मामले में आने के एक महीने बाद खेल मंत्रालय ने इस मुद्दे पर रुख साफ करने के लिए दिग्गज मुक्केबाज का डोप परीक्षण कराने का निर्देश दिया है। नाडा के महानिदेशक मुकुल चटर्जी को भेजे गये निर्देश में खेल मंत्रालय ने कहा है कि मीडिया में विजेंद्र द्वारा कथित रूप से हेरोइन लिए जाने संबंधित खबरें चिंताजनक थीं, इसलिए उन्होंने नाडा को इस मुक्केबाज का परीक्षण करने का निर्देश दिया जाता है, यह हालांकि टूर्नामेंट के बाहर की जाने वाली जांच होगी। मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, खेलों के आइकन खिलाड़ी के संबंध में इस तरह खबरें चिंताजनक हैं और इससे देश के अन्य खिलाड़ियों का मनोबल गिरेगा।

इससे पहले, पंजाब पुलिस ने रविवार को खुलासा किया था कि विजेंद्र ने प्रवासी भारतीय अनूप सिंह कहलों सहित कथित मादक पदार्थ तस्करों से हेरोइन प्राप्त करने के बाद उसका 12 बार सेवन किया। पंजाब पुलिस की ओर से यहां जारी एक बयान में कहा गया कि अभी तक की जांच के अनुसार विजेंद्र ने करीब 12 बार और राम सिंह [उनके सहयोगी] ने करीब पांच बार हेरोइन का सेवन किया। कनाडा निवासी कथित मादक पदार्थ तस्कर कहलों उर्फ रूबी को पुलिस ने तीन मार्च को गिरफ्तार किया था और चंडीगढ़ के बाहरी इलाके जिरकपुर स्थित उसके आवास से 130 करोड़ रुपये कीमत की 26 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी।

पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि यह बात सामने आई कि मुक्केबाज राम सिंह और विजेंद्र ने दिसंबर, 2012 से फरवरी, 2013 के बीच कहलों और उसके सहयोगी रॉकी से निजी इस्तेमाल के लिए हेरोइन ली।

पहले विजेंद्र पर केस दर्ज करे पुलिस, फिर ले सैंपल

फतेहगढ़ साहिब [जासं]। हाईप्रोफाइल हेरोइन तस्करी मामले में बॉक्सर विजेंद्र सिंह की जांच को लेकर फतेहगढ़ साहिब पुलिस को सोमवार को झटका लगा। पुलिस ने विजेंद्र के बाल व रक्त के नमूने लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दायर करने को जिला अटार्नी से राय मांगी थी। जिला अटार्नी ने पुलिस की अर्जी लौटा दी। उन्होंने कहा कि विजेंद्र के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है और न ही उन्हें अभी तक गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में उनके बाल व रक्त के नमूने नहीं लिए जा सकते। पहले पुलिस उन पर मुकदमा दर्ज करे, तब सैंपल की कार्रवाई करे।

एसएसपी हरदयाल सिंह मान ने बताया कि पुलिस का ध्यान ड्रग तस्करी के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को तोड़ने पर लगा हुआ है। विजेंद्र मामले में पुलिस पहले ही अपना रुख साफ कर चुकी है। विजेंद्र हरियाणा पुलिस में डीएसपी है, इसलिए आगे की कार्रवाई उसे ही करनी है। गौरतलब है कि पिछले महीने एनआरआइ हेरोइन तस्कर अनूप सिंह काहलों के फ्लैट के सामने से विजेंद्र सिंह की पत्‍‌नी की इंडीवर गाड़ी पाई गई थी। इस आधार पर उनकी इस मामले में संलिप्तता जताई जा रही है। इसी मामले में गिरफ्तार बॉक्सर राम सिंह ने माना था कि उसने विजेंद्र सिंह के साथ मिलकर 12 बार ड्रग्स का सेवन किया था। इसके बाद विजेंद्र ने उनके खून और बाल के नमूने मांगे गए थे पर उन्होंने इन्कार कर दिया।

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