नरसिंह के सुशील पर लगाए आरोप को खेल मंत्रालय ने किया खारिज
खेल मंत्री विजय गोयल ने मीडिया में छपी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए एक बयान जारी कर नरसिंह के आरोप को बेबुनियाद करार दे दिया।
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय खेल मंत्रालय ने दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार के खिलाफ पहलवान नरसिंह यादव के द्वारा लगाए गए हितों के टकराव के आरोप को गुरुवार को सिरे से खारिज कर दिया। डोपिंग के आरोप में चार साल के लिए निलंबित चल रहे पहलवान नरसिंह ने सुशील को राष्ट्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने का विरोध किया था और खेल मंत्रालय को पत्र लिखकर सुशील की नियुक्ति पर हितों के टकराव का आरोप लगाया था।
खेल मंत्री विजय गोयल ने मीडिया में छपी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए एक बयान जारी कर नरसिंह के आरोप को बेबुनियाद करार दे दिया। गोयल ने बयान में दोहराया कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा वाले 12 खिलाड़ियों को मंत्रालय ने खेलों के विकास के लिए राष्ट्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था और ये राष्ट्रीय पर्यवेक्षक मंत्रालय द्वारा उन्हें दी गई भूमिका और दिशा-निर्देशों के अनुसार ही काम कर रहे हैं।
खेल मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के रूप में उनकी नियुक्ति के समय उनकी भूमिका को पूरी तरह स्पष्ट कर दिया गया था और उनकी जिम्मेदारी के बारे में भी साफ दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। इन पर्यवेक्षकों का काम राष्ट्रीय टीमों के चयन की निगरानी रखना है। गोयल ने कहा, 'इनकी जिम्मेदारियों में मौजूदा खेल ढांचों और उपकरणों का आकलन राष्ट्रीय कैंप स्थलों में चिकित्सा सुविधाओं की निगरानी और किसी भी तरह की कमी को बताना, भारतीय और विदेशी कोचों के प्रदर्शन का आकलन, समीक्षा व उसकी रिपोर्ट देना, शिविर में शामिल खिलाड़ियों की प्रगति के बारे में बताना शामिल है।'
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को एथलीटों और कोचों के प्रदर्शन के पूरे डाटा को देखना, खिलाड़ियों व अन्य अंशधारकों की शिकायतों की जांच करना और उस पर मंत्रालय को रिपोर्ट भेजना, राष्ट्रीय खेल संघों, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन संगठनों और खेल प्राधिकरण की मदद करना व अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर के लिए जरूरत पड़ने पर टीमों के साथ जाना शामिल है।'