युवा बॉक्सिंग: सचिन ने जगाई सोने की उम्मीद, पांच को मिले कांस्य पदक
सचिन ने थाईलैंड के पनमोद थितिसन को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
बैंकॉक, पीटीआइ। वर्ल्ड यूथ चैंपियन सचिन सिवाच (49 किग्रा) गुरुवार को प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाले अकेले भारतीय खिलाड़ी रहे। पांच अन्य मुक्केबाजों को अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले हारने के बाद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
सचिन ने थाईलैंड के पनमोद थितिसन को हराकर फाइनल में प्रवेश किया, जहां आज (शुक्रवार को) उनका मुकाबला उज्बेकिस्तान के समनदर खोलमुरोदोव से होगा। दूसरी ओर कोई अन्य भारतीय मुक्केबाज सेमीफाइनल से अगले दौर में नहीं पहुंच सका।
अंकित कुमार (60 किग्रा) को थाईलैंड के सकदा रुअमथमीन ने हराया। हालांकि हारने से पहले अंकित ने दूसरे और तीसरे दौर में बेहतर प्रदर्शन किया। 69 किग्रा वर्ग में नवीन बूरा को थाईलैंड के ही पीरप येईसुंगनोइन ने हराया जबकि सुपर हैवीवेट श्रेणी ( 91 किग्रा) में हर्षप्रीत सहरावत को उज्बेकिस्तान के लजीजबेक मुल्लाजानोव ने मात दी।
अपने वर्ग में छोटे आकार के ड्रॉ के कारण सीधे सेमीफाइनल में पहुंचने वाले हर्षप्रीत का टूर्नामेंट में यह पहला मुकाबला था। वहीं, मुहम्मद एताश खान (56 किग्रा) को भी थाईलैंड के प्लूयम वांगखलाकलंग से हार के बाद कांस्य से संतोष करना पड़ा। गुरुवार को रिंग में उतरने वाले अंतिम भारतीय सचिन (75 किग्रा) रहे, जिन्होंने चीन के झू चाओ के खिलाफ बढ़िया मुक्केबाजी की, लेकिन जजों को उनका प्रदर्शन प्रभावित नहीं कर सका।