इस धुरंधर ने दिलाया था भारत को कॉमनवेल्थ इतिहास का पहला मेडल
इन दिनों हर भारतीय खेल प्रेमी की नजर ग्लास्गो में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स पर टिकी हुई हैं। तमाम स्पर्धाओं में भारतीय एथलीट पदक बटोरने में जुटे हुए हैं लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स इतिहास में उसका पहला मेडल किसने दिलाया था। भारत का पहला कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल आया था 1
नई दिल्ली। इन दिनों हर भारतीय खेल प्रेमी की नजर ग्लास्गो में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स पर टिकी हुई हैं। तमाम स्पर्धाओं में भारतीय एथलीट पदक बटोरने में जुटे हुए हैं लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स इतिहास में उसका पहला मेडल किसने दिलाया था।
भारत का पहला कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल आया था 1934 में। वो संस्करण कॉमनवेल्थ गेम्स का दूसरा संस्करण था और भारत के लिए पहला मौका। उस दौरान इन गेम्स को ब्रिटिश एंपायर गेम्स के नाम से जाना जाता था। उन गेम्स में भारत ने सिर्फ दो खेलों में हिस्सा लिया था, एथलेटिक्स और कुश्ती। इन गेम्स में भारत को एक ही मेडल नसीब हुआ था और वो दिलाया था पहलवान रशीद अनवर ने। रशीद ने 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वेल्टरवेट डिवीजन कुश्ती में कांस्य पदक जीता था और यही था भारत के कॉमनवेल्थ गेम्स इतिहास का पहला मेडल। रशीद ने 1936 के ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था। रशीद का देहांत 73 वर्ष की उम्र में कैम्डन (लंदन) में हुआ था।