मैरी कॉम और विकास को मिले आइबा पुरस्कार
मैरी कॉम और विकास कृष्णन को अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर एक समारोह में आइबा पुरस्कारों से नवाजा गया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। दिग्गज भारतीय महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम और एशियन खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्णन को अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आइबा) की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर एक समारोह में आइबा पुरस्कारों से नवाजा गया। पांच बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम को उनके शानदार करियर के लिए लीजेंड्स पुरस्कार दिया गया, जबकि विकास को एपीबी (आइबा प्रो मुक्केबाज) सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार की ट्रॉफी दी गई।
ट्रॉफी प्राप्त करने के बाद विकास ने कहा, 'मैं आइबा अध्यक्ष डॉ. वू के साथ एपीबी निदेशक मिर्को वुल्फ का मुझे यह पुरस्कार देने के लिए धन्यवाद करता हूं। हमारा पिछले चार साल से कोई महासंघ नहीं था, लेकिन अब हैं और वे सभी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। मुझे आशा है कि हम भविष्य में अच्छा करेंगे।' विकास ने इस साल दो एपीबी मैच खेले हैं। मैरी कॉम ने अपने शानदार करियर में एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण और पांच बार विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया हैं। 2008 में चौथी बार विश्व चैंपियन बनने पर मैरी कॉम को आइबा ने 'मैग्निफिशेंट मैरी' का नाम दिया गया था।
33 वर्षीय मणिपुर की मैरी कॉम ने 2020 टोक्यो ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए हाल में अपने वजन वर्ग में कमी करते हुए 51 किग्रा की जगह 48 किग्रा में खेलने का फैसला किया था। हालांकि विकास ने रियो ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा उन्होंने रियो की मुख्य स्पर्धा में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था।