निशानेबाजों को आइजीआइ एयरपोर्ट पर 12 घंटे रोका
इस घटना को गत दिनों हथियार की तस्करी में पकड़े गए कुछ राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाजों के मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। देश का नाम रोशन करने वाले भारतीय निशानेबाजी टीम के सदस्यों को मंगलवार को अपने ही देश में असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। हथियार क्लीयरेंस के नाम पर विदेश से लौटे भारतीय निशानेबाजों को कस्टम द्वारा आइजीआइ एयरपोर्ट पर करीब 12 घंटे रोक कर रखा गया। जिन खिलाडि़यों को रोक कर रखा गया उसमें से कुछ ओलंपिक में भी खेल चुके हैं। सभी विश्व कप और एक अन्य प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर लौटे थे। निशानेबाजों का आरोप है कि कस्टम अधिकारियों के क्लीयरेंस के बाद हथियार लेकर वे विदेश गए थे और उसी के साथ वापस लौटे तो अधिकारियों ने उस दस्तावेज को मानने से इन्कार कर दिया। वहीं, इस घटना को गत दिनों हथियार की तस्करी में पकड़े गए कुछ राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाजों के मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
आरोप है कि इस इस दौरान अधिकारियों का रवैया ठीक नहीं था और उन्हें खाने-पीने तक के लिए भी नहीं पूछा गया। दस्तावेज जांच पूरी होने पर सभी को तीसरे पहर बाद एयरपोर्ट से जाने की अनुमति मिली। इस वजह से कुछ निशानेबाजों की आगे की कनेक्टिंग फ्लाइट भी छूट गई। इस घटना से निशानेबाजों में खासा रोष है।
कस्टम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हथियार की जांच में समय लगने के कारण देरी हुई। हालांकि खिलाडि़यों को विभाग ने बगैर हथियार जाने की इजाजत दे दी थी। उन्हें बाद में अपने हथियार ले जाने को कहा गया था। लेकिन खिलाड़ी हथियार के साथ घर जाने पर अड़े रहे।
एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि भारतीय निशानेबाजों की दो टीम अलग-अलग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने साइप्रस और पिजेन गई थी। साइप्रस में आयोजित शॉटगन विश्व कप में सात और चेक गणराज्य के पिजेन में वर्ल्ड एयर राइफल, एयर पिस्टल शूटिंग में हिस्सा लेने के बाद 11 निशानेबाजों की टीम मंगलवार तड़के करीब चार बजे आइजीआइ एयरपोर्ट पर पहुंची थी। इसमें ओलंपियन हरप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, पेंबा तमांग, सीमा तोमर, चैन सिंह व कीनान चेनाई इत्यादि खिलाड़ी भी थे। खिलाडि़यों के मुताबिक आइजीआइ एयरपोर्ट पर उतरने के बाद कस्टम अधिकारियों ने हथियारों को क्लीयरेंस देने से इन्कार कर उन्हें वहीं रोक लिया। उन्होंने खिलाडि़यों को सुबह दस बजे कस्टम अधिकारियों के आने तक इंतजार करने को कहा। अधिकारियों के आने के बाद भी खिलाडि़यों को जाने नहीं दिया गया। खिलाडि़यों ने कहा कि कस्टम अधिकारी शायद डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआइ) से इजाजत मिलने का इंतजार कर रहे थे। उधर इस दौरान कस्टम अधिकारी इस मुद्दे को लेकर बैठक करने में जुटे रहे। बाद में चार बजे खिलाडि़यों को जाने दिया गया।
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सूत्रों के मुताबिक इस घटना का संबंध गत दिनों मेरठ में डीआरआइ द्वारा निशानेबाज प्रशांत विश्नोई के घर पर छापे में पकड़े गए 44 से ज्यादा अवैध विदेशी हथियार के अलावा एयरपोर्ट पर तस्करी के 25 पिस्टल के साथ पकड़े गए राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज अनिल जगलान और अमित गोयल से है। इन दोनों घटनाओं में कई कस्टम अधिकारी जांच के घेरे में हैं। जिसकी वजह से मंगलवार को एयरपोर्ट पर तैनात कोई भी अधिकारी जोखिम उठाना नहीं चाह रहा था।