ओलंपिक के बाद हुई ये अनोखी रिसर्च, भारत की स्थिति जानकर हैरान रह जाएंगे आप
बेशक इसमें कोई दो राय नहीं कि आमतौर पर ओलंपिक में अमीर देश ज्यादा मेडल जीतते आए हैं लेकिन रियो ओलंपिक में कहानी थोड़ी अलग रही है।
नई दिल्ली। बेशक इसमें कोई दो राय नहीं कि आमतौर पर ओलंपिक में अमीर देश ज्यादा मेडल जीतते आए हैं लेकिन रियो ओलंपिक में कहानी थोड़ी अलग रही है। एक खास रिसर्च में हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं।
गूगल ने ओलंपिक की अंतिम पदक तालिका को वर्ष 2015 की तमाम देशों की जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद (क्रय-शक्ति समता यानी PPP के समायोजन के बाद की GDP) का विषलेशण किया। इसमें वर्ल्ड बैंक और CIA वर्ल्ड फैक्टर बुक से तमाम देशों में अलग-अलग रहने की लागत का भी विश्लेषण किया गया। इसके बाद ओलंपिक के दौरान विभिन्न देशों का पदक जीतने में प्रदर्शन आंका गया। इस आधार पर प्रति 100 अरब डॉलर GDP पर इन देशों ने कितने कम या ज्यादा पदक जीते इसको दर्शाया गया।
आपको हैरानी इस बात को लेकर होगी कि इस सूची में सबसे ऊपर छोटा सा कैरेबियाई द्वीप ग्रेनाडा था जिसकी GDP कुल 1.4 बिलियन डॉलर है। वहीं अमेरिका, जो कि पदक तालिका में सबसे ऊपर था वो इस सूची में 60वें पायदान पर रहा। इसमें उन 86 देशों को शामिल किया गया जिसने कम से कम एक पदक जीता हो। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था मानी जाती है लेकिन महज दो पदक जीतने वाला भारत इस सूची में अंतिम स्थान पर रहा।
- ये है पूरी लिस्ट