सैग खेलः पदकों का तिहरा शतक लगाने के करीब भारत
मुक्केबाजों और निशानेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारत ने 12वें दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) में सोमवार को 'गोल्डन स्वीप' किया। महिला फुटबॉल टीम ने फाइनल में नेपाल को 4-0 से हराकर स्वर्ण जीता और अपनी कप्तान बेमबेम देवी को शानदार विदाई दी।
गुवाहाटी। मुक्केबाजों और निशानेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारत ने 12वें दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) में सोमवार को 'गोल्डन स्वीप' किया। महिला फुटबॉल टीम ने फाइनल में नेपाल को 4-0 से हराकर स्वर्ण जीता और अपनी कप्तान बेमबेम देवी को शानदार विदाई दी।
सैग में भारत अब तक 181 स्वर्ण, 87 रजत और 30 कांस्य समेत कुल 298 पदक के साथ मजबूती से शीर्ष पर काबिज है। मेजबान देश पदकों का तिहरा शतक लगाने से महज दो पदक दूर है। 181 पदकों के साथ श्रीलंका दूसरे और 100 पदकों के साथ पाकिस्तान तीसरे स्थान पर है।
- मुक्केबाजों ने जीते सभी सात स्वर्ण
पुरुष मुक्केबाजी में सोमवार को सात स्वर्ण पदक का फैसला होना था। सातों स्वर्ण भारत ने अपने नाम किये। एल देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा) ने पाकिस्तानी मुक्केबाज मोहिब उल्ला को हराकर दिन का पहला पीला तमगा जिताया। पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन मदनलाल (52 किग्रा) ने पाक प्रतिद्वंद्वी सैयद आसिफ को हराकर पहला स्थान हासिल किया। विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज शिव थापा ने 56 किग्रा भार वर्ग में सोना जीता। विकास कृष्णन (75 किग्रा) ने फाइनल में 3-0 से जीत दर्ज की। विश्व मिलेट्री गेम्स में रजत पदक जीत चुके हरियाणा के 20 वर्षीय बॉक्सर धीरज रांगी ने 60 किग्रा भार वर्ग में पाकिस्तान के अहमद अली को पस्त करके स्वर्ण अपने नाम किया। अनुभवी मनोज कुमार 64 किग्रा में 3-0 से विजयी रहे। हालांकि 69 किग्रा भार वर्ग में मंदीप जांगड़ा को जीतने के लिए थोड़ा संघर्ष करना पड़ा।
बेमबेम को जीत से मिली विदाई
भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने अपनी स्टार प्लेयर ओइनाम बेमबेम देवी को जीत से विदाई दी। सोमवार को हुए फाइनल में भारत ने नेपाल को 4-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। कमला देवी जीत की स्टार रहीं, जिन्होंने 32वें और 56वें मिनट में गोल दागा। अपने आखिरी मैच में कप्तान बेमबेम ने बाला देवी के साथ मिलकर मिडफील्ड की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। बाला देवी ने 71वें और आशालता ने 80वें मिनट में क्रमश: तीसरा और चौथा गोल किया।
निशानेबाजी में 25 पीले तमगे
भारतीय निशानेबाजों ने स्पर्धा के आखिरी दिन क्लीन स्वीप करते हुए चार स्वर्ण जीते। निशानेबाजी में मेजबान को कुल 26 में से 25 स्वर्ण पदक मिले। रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके गुरप्रीत सिंह ने पुरुष 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल की व्यक्तिगत स्पर्धा में पीला तमगा जीता। गुरप्रीत के 28 हिट्स निशाने पर लगे। जबकि श्वेता सिंह ने 194.4 स्कोर के साथ महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीता। ट्रिगर में दिक्कत आने के कारण श्वेता को दूसरी पिस्टल से मुकाबले में हिस्सा लेना पड़ा। इसी वर्ग में ओलंपिक कोटा हासिल कर चुकीं हिना सिद्धू ने रजत, जबकि यशस्विनी सिंह ने कांस्य जीता। भारत ने पुरुष 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल और महिला 10 मीटर एयर पिस्टल की टीम स्पर्धा में भी पहला स्थान हासिल किया। निशानेबाजी में भारत ने कुल 25 स्वर्ण, 10 रजत और 10 कांस्य पदक जीते। बांग्लादेश एक स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
अफगानिस्तान ने लगाया पक्षपात का आरोप
अफगानिस्तान ने पुरुष मुक्केबाजी के 69 किग्रा भार वर्ग में अपने खिलाड़ी रहेमी अल्ला दादा की हार के लिए रेफरी को जिम्मेदार ठहराते हुए पक्षपात का आरोप लगाया है। अफगान मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष अब्दुल्ला सत्तारी ने कहा, 'मेजबान देश को जिताने के लिए पक्षपात किया गया है। आप भूटान, पाकिस्तान, श्रीलंका किसी से भी पूछिए यहां किसे जीत मिली। मैंने भारत के मुख्य कोच जीएस संधू से भी कहा है। हालांकि हम अपना विरोध नहीं दर्ज कराएंगे। वो मेजबान हैं वो ऐसा कर सकते हैं। यही चीज तब भी हो सकती है जब हम मेजबानी करेंगे।' इस भार वर्ग में भारत के मंदीप जांगड़ा ने स्वर्ण पदक जीता।