पहलवानों की सजा माफ करेगा कुश्ती संघ
भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआइ) की अनुशासन समिति ने उन पहलवानों की सजा माफ करने की सिफारिश की है, जिन्होंने हाल ही में ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट के दौरान अपने-अपने मुकाबले खेलने से इन्कार कर दिया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआइ) की अनुशासन समिति ने उन पहलवानों की सजा माफ करने की सिफारिश की है, जिन्होंने हाल ही में ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट के दौरान अपने-अपने मुकाबले खेलने से इन्कार कर दिया था।
अनुशासन समिति के मुताबिक सभी पहलवानों की ये पहली गलती है ऐसे में इन्हें माफ करना चाहिए। समिति से फोगाट बहनों पर लगे अस्थाई निलंबन को हटा लेने की उम्मीद की जा रही थी। बबीता फोगाट ने मंगोलियाई पहलवान सुमिया के एशियन ओलंपिक क्वालीफाइंग में डोप टेस्ट में फेल होने के बाद 53 किलोग्र्राम भार वर्ग में रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। बबीता और उनकी बहन गीता (58 किग्र्रा) ने पिछले महीने हुए ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट के दौरान अपने-अपने मुकाबले खेलने से मना कर दिया था। हालांकि दोनों पहलवानों ने अपनी इस गलती पर माफी भी मांग ली थी। डब्ल्यूएफआइ अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह भी अनुशासन समिति से कह चुके हैं कि वो बबीता पर लगे निलंबन को हटा ले जिससे वह रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकें।
हालांकि पुरुष पहलवान सुमित (125 किग्र्रा फ्रीस्टाइल) और राहुल अवारे (57 किग्र्रा फ्रीस्टाइल) को कड़ी सजा मिलने की उम्मीद की जा रही थी। संघ के एक अधिकारी ने कहा, 'सभी ने पहली बार गलती की थी और सभी ने माफी मांग ली है। अनुशासन समिति ने पहलवानों को चेतावनी देकर माफ करने का निर्णय लिया है। समिति के फैसले पर अभी अध्यक्ष की मुहर लगना बाकी है।
सुमित के पास ओलंपिक के लिए क्वालीफाइ करने का मौका था, लेकिन उन्होंने पहले क्वालीफाइंग इवेंट के रेपचेज राउंड में खेलने से मना कर दिया था। राहुल ने जॉर्जिया में होने वाले अभ्यास कैंप में जाने से मना कर दिया था। एक अन्य पहलवान गुरप्रीत सिंह जिनका वजन दूसरे क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में 500 ग्र्राम ज्यादा पाया गया था उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। मुख्य कोच जगमिंदर सिंह ने बताया कि उन पर फैसला बाद में लिया जाएगा।