बेल के दम पर इंग्लैंड ने जीता अंतिम वनडे, सीरीज भारत के नाम
इयान बेल [नाबाद 113] की शानदार शतकीय पारी और इससे पहले टिम ब्रेसनन [4 विकेट] की गई शुरुआती घातक गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड ने वनडे सीरीज के अंतिम व पांचवें मैच में टीम इंडिया को सात विकेट से हरा दिया। इस हार के बावजूद भारत जहां सीरीज 3-2 से अपने नाम करने में सफल रहा वहीं इंग्लैंड ने भारतीय सरजमीं पर मिली लगातार तीन हार के सिलसिले को भी तोड़ दिया।
धर्मशाला। इयान बेल [नाबाद 113] की शानदार शतकीय पारी और इससे पहले टिम ब्रेसनन [4 विकेट] की गई शुरुआती घातक गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड ने वनडे सीरीज के अंतिम व पांचवें मैच में टीम इंडिया को सात विकेट से हरा दिया। इस हार के बावजूद भारत जहां सीरीज 3-2 से अपने नाम करने में सफल रहा वहीं इंग्लैंड ने भारतीय सरजमीं पर मिली लगातार तीन हार के सिलसिले को भी तोड़ दिया।
पहली बार धर्मशाला में हुए अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में जबर्दस्त क्रिकेट देखने को मिला। बेहद खराब शुरुआत के बाद सुरेश रैना [83] ने रवींद्र जडेजा [39] के साथ छठवें विकेट के लिए 78 रनों की साझेदारी कर टीम को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचा दिया लेकिन पूरी टीम 49.4 ओवर 226 रन बनाकर आउट हो गई। रैना ने 98 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौका व दो छक्का भी लगाया। जडेजा ने 39 रनों का योगदान दिया। अंतिम ओवरों में भुवनेश्वर कुमार ने वनडे करियर की बेस्ट पारी खेलते हुए 31 रन [5 चौका] बनाए। जवाब में इंग्लैंड ने 47.2 ओवर में तीन विकेट खोकर 227 रन बनाकर लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। विजयी टीम की ओर से ओपनर बेल ने सर्वाधिक 113 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे। उन्होंने 143 गेंदों में 13 चौका व एक छक्का भी लगाया। इंग्लैंड की ओर से टिम ब्रेसनन ने सर्वाधिक चार और जेम्स ट्रेडवेल व स्टीवन फिन ने दो-दो विकेट चटकाए। जबकि भारत की ओर से तीन गेंदबाजों ने एक-एक विकेट चटकाए। इंग्लैंड ने पहला मैच राजकोट में जीता था। इसके बाद कोच्चि, रांची, मोहाली में भारत ने जीत हासिल कर सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली थी।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड ने कप्तान एलिस्टर कुक और बेल के बीच पहले विकेट के लिए हुई 53 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी की बदौलत बेहतरीन शुरुआत की। ईशांत ने शुरू के अपने चार ओवर में तीन मेडन फेंककर बल्लेबाजों पर खासा दबाव बना दिया और इसी का फायदा उठाते हुए उन्होंने कुक को सटीक गेंद पर बोल्ड कर दिया। नए बल्लेबाज केविन पीटरसन [6] को भी ईशांत को खेलने में खासी दिक्कतें आई और 12 गेंद खेलने के बाद समी अहमद की गेंद पर डीप मिडविकेट पर जडेजा के हाथों कैच आउट करा दिया। गेंदबाज हालांकि जल्दी-जल्दी विकेट तो नहीं ले सके पर रनों पर अंकुश लगाने में कामयाब रहे। दूसरी ओर, ओपनर बेल ने रन बनाने में कोई हड़बड़ी नहीं दिखाई और शानदार अर्धशतक पूरा किया। बेल ने वनडे करियर में अपना 25वां व भारत के खिलाफ छठवां पचासा ठोका। बेल ने नए बल्लेबाज जोई रुट के साथ तीसरे विकेट के लिए 79 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी कर अपनी टीम को लक्ष्य के पास पहुंचाया। इस सीरीज से अपने वनडे करियर की शुरुआत करने वाले रुट ने आज भी उम्दा पारी खेली और 31 रन बनाए। बेल ने एक छोर संभाले रखा था और उन्होंने ईयोन मोर्गन [नाबाद 40] के साथ चौथे विकेट के लिए अविजित 84 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी की। बेल ने इसके बाद 44वें ओवर में चौका जमाकर अपने करियर का तीसरा शतक जमाया। साथ ही उन्होंने वनडे में अपने चार हजार रन भी पूरे कर लिए। ओपनिंग करने वाले बेल ने 48वें ओवर में विजयी शॉट लगाया।
इससे पूर्व पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद टीम इंडिया ने एक बार फिर गौतम गंभीर और रोहित शर्मा की जोड़ी को उतारा लेकिन इस बार यह जोड़ी काम न आई और टीम की शुरुआत बेहद खराब हो गई। तेज गेंदबाज ब्रेसनन ने मिल रही स्विंग का फायदा उठाते हुए भारतीय पारी के चौथे ओवर में लगातार दो गेंदों में रोहित शर्मा [4] और विराट कोहली [0] स्लिप में कैच आउट कराया। दोनों ही कैच दूसरे स्लिप में जेम्स ट्रेडवेल ने लपके। इसके बाद युवराज सिंह भी बिना खाता खोले कैच आउट हो गए। युवराज को स्टीवन फिन ने कैच आउट कराया। पारी को संवारने में जुटे गंभीर और रैना को लगातार दो गेंदों पर एक-एक जीवनदान भी मिला। इस दौरान रैना जब अपने 24 रन के निजी स्कोर पर पहुंचे तो उन्होंने वनडे करियर के चार हजार रन पूरे कर लिए। रैना इस उपलब्धि को पार करने वाले भारत के 13वें बल्लेबाज बन गए हैं। हालांकि गंभीर [24] मिले जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और जल्द कैच आउट हो गए। वह ट्रेडवेल की दूसरी ही गेंद पर प्वाइंट पर इयान बेल के हाथों लपके गए। गंभीर ने रैना के साथ 25 रनों की साझेदारी की। भारत ने चार विकेट महज 49 रनों पर ही गंवा दिया। कप्तान धौनी से बड़ी पारी की आस थी लेकिन महज 15 रन बनाने के बाद स्टीवन फिन की गेंद पर पगबाधा हो गए। दूसरी ओर, विकेटों के पतन के बीच रैना ने सीरीज में शानदार प्रदर्शन जारी रखा और उन्होंने सीरीज में चौथा पचासा जमाया। रांची वनडे में वह बल्लेबाजी ही नहीं कर सके थे। 79 रन पर पांच बल्लेबाजों को गंवाने के बाद रैना ने जडेजा के साथ 78 रनों की साझेदारी कर स्कोर को सम्मानजनक स्तर तक पहुंचाया। बढि़या बल्लेबाजी कर रहे जडेजा आगे बढ़कर छक्का मारने के प्रयास में प्वाइंट में बेल के हाथों लपके गए। जडेजा ने 65 गेंदों में 39 रन [1 चौका व 2 छक्का] बनाए। इसके बाद रैना भी अपना विकेट गंवा बैठे जिससे सीरीज में लगातार दूसरी बार शतक के करीब पहुंच कर रह गए। वह क्रिस वोग्स की गेंद पर बेल के हाथों मिडविकेट पर लपके गए।
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