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एंडी मरे ने जीता चीन ओपन, महिलाओ में रादवांस्का रहीं विजेता

विश्व में दो नंबर के टेनिस खिलाड़ी एंडी मरे चीन ओपन का खिताब जीतने में सफल रहे हैं और उन्होंने मौजूदा नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को पीछे छोड़ने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं।

By bharat singhEdited By: Published: Mon, 10 Oct 2016 09:47 AM (IST)Updated: Mon, 10 Oct 2016 09:54 AM (IST)
एंडी मरे ने जीता चीन ओपन, महिलाओ में रादवांस्का रहीं विजेता

बीजिंग (एजेंसी)। विश्व में दो नंबर के टेनिस खिलाड़ी एंडी मरे चीन ओपन का खिताब जीतने में सफल रहे हैं और उन्होंने मौजूदा नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को पीछे छोड़ने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। महिलाओं में पोलैंड की एग्निएज्का रादवांस्का ने जीता। दोनों खिलाड़ियों ने रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में खिताबी जीत हासिल की।

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मरे ने टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में बुल्गारिया के ग्रिगोर दिमित्रोव को 6-4, 7-6 (7-2) से मात देकर साल का अपना पांचवां एकल खिताब जीता। हालांकि, मैच के दौरान मरे को दिमित्रोव से कड़ी टक्कर मिली, लेकिन मरे ने आखिरकार दिमित्रोव से पार पाते हुए अपने करियर का 40वां एकल खिताब जीता। मरे का यह पहला चीन ओपन खिताब है।

मरे के लिए यह जीत एक और मायने में खास है। हाल ही में ओलंपिक चैंपियन बने मरे ने पूरे टूर्नामेंट में बिना एक भी सेट गंवाए यह खिताब अपने नाम किया है। इससे उनकी फॉर्म की भी झलत मिलती है। नंबर एक खिलाड़ी जोकोविच अभी मैदान से बाहर हैं और इस साल के अंत तक मरे के पास नंबर एक खिलाड़ी बनने का सुनहरा मौका है। इस जीत के साथ मरे ने विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर चल रहे सर्बिया के नोवाक जोकोविक से अपने अंकों का अंतर कम कर लिया। अब जोकोविक और मरे के बीच सिर्फ 1,555 अंकों का अंतर रह गया है।

मैच के बाद दिमित्रोव ने कहा, 'मेरे खयाल से पिछले कुछ समय से मेरे खिलाफ मरे ने शानदार प्रदर्शन किया है। मैं अच्छी शुरुआत नहीं कर सका और पहले ही सेट में मेरी सर्विस ब्रेक हो गई। मुझे एडजस्ट होने का समय नहीं मिला।' ब्रिटिश टेनिस खिलाड़ी मरे ने ओलंपिक खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले टेनिस खिलाड़ी होने का गौरव हासिल किया था।

महिला वर्ग की बात करें तो ब्रिटेन के पास एक और खिताब आते-आते रह गया। चीन ओपन के फाइनल में ब्रिटेन की योहान्ना कोंटा को पोलैंड की एग्निएज्का रादवांस्का के हाथों हार का सामना करना पड़ा। रादवांस्का ने कोंटा को सीधे सेटों में 6-4, 6-2 से मात दी। रादवांस्का ने यह मैच एक घंटे 36 मिनट में जीता। उन्होंने भी मरे की तरह पूरे टूर्नामेंट में एक भी सेट नहीं गंवाया। इस हार के कारण कोंटा अपने करियर का सबसे बड़ा खिताब जीतने से चूक गईं।

विजेता रादवांस्का ने कहा, 'मेरे लिए यह यादगार पल है। यहां चीन ओपन में यह मेरा तीसरा फाइनल मैच था और मैं दूसरी बार खिताब जीतने में सफल रही। मेरे लिए यह पूरा सप्ताह शानदार रहा, जो इससे बेहतर नहीं हो सकता था।'

मैच के बाद कोंटा ने कहा, 'मैं अपने इस सप्ताह के खेल से काफी खुश हूं। यह बहुत प्रभावशाली रहा।' कोंटा भले की चीन ओपन का खिताब नहीं जीत सकीं, पर इसके फाइनल में जगह बनाने के साथ ही वह ब्रिटेन की पहली महिला टेनिस खिलाड़ी बन गईं, जिन्होंने महिला विश्व टेनिस रैंकिंग में शीर्ष-10 में स्थान बनाया है।

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