लिंगदोह, जेजे और छेत्री पर भारत का दारोमदार
फुटबॉल निरंतरता और कौशल के जरिये मौके बनाने का खेल है। श्रीलंका बुधवार को इंजुरी टाइम में गोल कर नेपाल पर जीत दर्ज करने में सफल रहा, क्योंकि पूरे मैच के दौरान उसके खेल में निरंतरता थी। हालांकि नेपाल ने गोल करने के कई मौके गंवाए। लेकिन श्रीलंका को भी
(बाइचुंग भूटिया का कॉलम)
फुटबॉल निरंतरता और कौशल के जरिये मौके बनाने का खेल है। श्रीलंका बुधवार को इंजुरी टाइम में गोल कर नेपाल पर जीत दर्ज करने में सफल रहा, क्योंकि पूरे मैच के दौरान उसके खेल में निरंतरता थी। हालांकि नेपाल ने गोल करने के कई मौके गंवाए। लेकिन श्रीलंका को भी अपने गोलकीपर सुजान परेरा पर पूरा भरोसा था और उन्होंने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया। मुहम्मद रिफनास ने धैर्य बनाए रखते हुए श्रीलंका को अंतिम क्षणों में जीत दिला दी। इस तरह सैफ सुजुकी कप (दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ चैंपियनशिप) के पहले मैच से नेपाल कोई अंक नहीं ले सका।
जबकि नेपाल यह मानकर चल रहा था कि उसकी टीम श्रीलंका के मुकाबले ज्यादा मजबूत है। वैसे यह साल नेपाल फुटबॉल के लिए काफी मुश्किल भरा रहा है और इसका प्रभाव उसके प्रदर्शन पर पड़ा। उम्मीद है कि नेपाल टीम तब और ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी जब रविवार को मेजबान टीम का सामना करेगी।
भारत अपने अभियान की शुरुआत शुक्रवार को श्रीलंका के खिलाफ करेगा तो उससे अपने दक्षिणी पड़ोसी के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। भारत में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किए गए लिंगदोह टीम के मुख्य खिलाडि़यों में से एक होंगे। जबकि जेजे लालपेखलुआ भी आइएसएल में अपने शानदार प्रदर्शन का सिलसिला बरकरार रखना चाहेंगे। सुनील छेत्री की गोल करने की क्षमता के कारण सबकी नजर उन पर रहेगी। मेजबान टीम इस बात से वाकिफ है कि अपने दर्शकों के सामने खेलने का उसे लाभ मिलेगा और वे इस टूर्नामेंट में प्रबल दावेदार हैं। अगर वे श्रीलंका को हराने में सफल रहते हैं तो यह उनका सेमीफाइनल में प्रवेश करने के लिए पहला कदम होगा। हालांकि भारत के लिए ड्रॉ खेलना भी संतोषजनक परिणाम होगा। निश्चित तौर पर छेत्री की टीम को बड़े मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा, जब उनका मुकाबला मालदीव और अफगानिस्तान सरीखी टीमों से होगा।
(पीएमजी)