खेल प्रशासकों से आहत अभिनव बिंद्रा, जताई नाराजगी
देश के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने खेल के प्रति प्रशासकों के उदासीन रवैये पर दुख और निराशा व्यक्त करते
इंचियोन। देश के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने खेल के प्रति प्रशासकों के उदासीन रवैये पर दुख और निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि मैं ऐसी चीजों का आदी हो चुका हूं।
बिंद्रा एशियन गेम्स के खेल गांव में जल्दी प्रवेश करना चाहते थे, लेकिन बुधवार की शाम तक वह ऐसा नहीं कर सकें। आयोजकों ने बिंद्रा और निशानेबाजी टीम के अन्य सदस्यों के एक्रिडिएशन कार्ड भेजने में असमर्थता जताई, क्योंकि राष्ट्रीय महासंघ ने उनकी प्रविष्टियां समय से नहीं भेजी। दिग्गज निशानेबाज ने इस बात पर भी निराशा व्यक्त की कि एयरपोर्ट पर कोई भी भारतीय अधिकारी मौजूद नहीं था जो उन्हें एक्रिडिएशन कार्ड दे सके। यहां तक की अपने उपकरण रिलीज करवाने के लिए कस्टम औपचारिकताएं भी खुद ही पूरी कीं।
बिंद्रा ने कहा, 'मैं क्या कर सकता हूं। लेकिन जल्दी आना अच्छा रहा। मैं पहले भी इन चीजों को भुगत चुका हूं। इसीलिए मेरे लिए कुछ भी आश्चर्यजनक नहीं है।' उन्होंने कहा कि मेरा ध्यान सिर्फ स्पर्धा पर है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा। बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में दस मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय निशानेबाजों ने ग्लास्गो कॉमनवेल्थ खेलों में चार स्वर्ण सहित कुल 17 पदक जीते थे। एशियन गेम्स में भी निशानेबाजों से यही सफलता दोहराने की उम्मीद है।