सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में जल्द फाइल होगी चार्जशीट, मास्टरमांइड लारेंस बिश्नोई सहित 15 लोगों के नाम
Sidhu Moosewala Murder Case सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में जल्द चार्जशीट फाइल किए जाने की तैयारी। इसमें लारेंस बिश्नोई सहित 15 लोगों का नाम है। 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के वक्त मूसेवाला अपनी थार से गांव से जा रहे थे।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पंजाब पुलिस जल्द चार्जशीट फाइल करेगी। चार्जशीट में इस हत्याकांड के मास्टरमांइड लारेंस बिश्नोई सहित 15 लोगों के नाम हैं। पुलिस की ओर से 40 लोगों को गवाह बनाया गया है। पुलिस की ओर से गैंगस्टर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्ना से बरामद हथियारों और सीसीटीवी फुटेज को सबूत के तौर पर रखा गया है।
अधिकारियों के मुताबिक चार्जशीट में लारेंस के अलावा जग्गू भगवानपुरिया, मनमोहन मोहना, संदीप केकड़ा, दीपक टीनू, सचिन भिवानी, केशव, अंकित सेरसा, प्रियवर्त फौजी, कशिश और एनकाउंटर में मारे गए जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्ना का नाम भी हैं। ध्यान रहे कि छह गैंगस्टरों में से तीन को पुलिस ने पकड़ लिया था, जबकि दो पुलिस एनकाउंटर में मारे गए थे। इस मामले में एक अन्य आरोपित दीपक टीनू फरार चल रहा है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में मूसेवाला की हत्या के दिन थार में उसके साथ बैठे गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह को भी गवाह बनाया गया है। ध्यान रहे कि सिद्धू मूसेवाला की इसी साल बीती 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के कुछ देर बाद ही इस हत्याकांड की जिम्मेदारी कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने ली थी।
मामले में पंजाब पुलिस ने हत्या के दिन ही एक तीन सदस्यीय एसआइटी का गठन किया था, लेकिन ही दिन इसे पुनर्गठित करते हुए इसे छह सदस्यीय कर दिया गया। इस मामले की जांच का जिम्मा एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स को दिया गया। इस मामले में पकड़ गए आरोपितों के अलावा दस अलग-अलग जेलों में बंद गैंगस्टरों को प्राेडक्शन वारंट पर लाया गया, जिसके बाद इस मामले में हल किया गया।
पीजीआइ पहुंचे सिद्धू मूसेवाला के पिता
सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह वीरवार को पीजीआइ के कार्डिंक न्यूकिलर विभाग में जांच के लिए पहुंचे। सिंह के साथ उनकी पत्नी भी थी। सिद्धू मूसेवाला के पिता को हार्ट की समस्या आ रही है, जिसकी जांच के लिए वह पीजीआइ आए थे। बलकौर सिंह के साथ उनके रिश्तेदार भी थे। वह सुबह करीब 9 बजे पीजीआइ पहुंचे और दोपहर बाद लौटे।