सुंदरगढ़ शहर में सरकारी जमीन की खरीद-फरोख्त, विभाग चुप
राजस्व कर्मियों की मिलीभगत में दलाल 20 से 50 हजार रुपये डिसमिल में सरकारी जमीन बेच रहे हैं।
सुंदरगढ़ शहर में सरकारी जमीन की खरीद-फरोख्त, विभाग चुप
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ शहर में जमीन माफिया सक्रिय हैं। राजस्व कर्मियों की मिलीभगत में दलाल 20 से 50 हजार रुपये डिसमिल में सरकारी जमीन बेच रहे हैं। राउरकेला-संबलपुर बीजू एक्सप्रेस-वे के किनारे लुहराडीपा व सुबलया में सरकारी जमीन पर बड़ी बस्ती बस गई है। यहां भूमिहीनों को बसाया गया है। जमीन पर बहुमंजिला इमारत भी खड़ी की जा रही है। वर्ष 2018 में हुए सर्वे में यहां 108 परिवार निवास करते थे। अब यहां 350 से अधिक परिवार रह रहे हैं। नवरंगपुर में पांच सौ से अधिक परिवार बस गए हैं। वर्ष 2010 में आदिवासी व पारंपरिक वनवासी जमीन स्वीकृति में 91 परिवारों को पट्टा दिया गया था। दूसरे चरण में 60 को पट्टा दिया गया। प्रशासन की ओर से अचानक वर्ष 2016 में 21 का पट्टा कायम रखकर 139 का पट्टा खारिज कर दिया गया। विभाग की कार्रवाई के बावजूद जमीन की खरीद बिक्री हो रही है एवं मकान बनते जा रहे है।