बढ़ती महंगाई ने बिगाड़ा किचन का बजट
बरसात में अक्सर सब्जियां महंगी हो जाती है। इस बार भी सब्जियों की कीमतें बढ़ी हैं। शिमला मिर्च से लेकर बैगन और भिडी की कीमत में वृद्धि हुई है।
कुलविदर सिंह, नवांशहर : बरसात में अक्सर सब्जियां महंगी हो जाती है। इस बार भी सब्जियों की कीमतें बढ़ी हैं। शिमला मिर्च से लेकर बैगन और भिडी की कीमत में वृद्धि हुई है। बारिश का समय ऐसा होता है, जब हर साल सब्जियों की कीमतें बढ़ जाती हैं। कीमतों को लेकर दुकानदार भी परेशान हैं और खरीदार भी। नवांशहर में बढ़ती महंगाई ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है। बरसात के सीजन में सब्जियों और फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। बीते कई दिनों से सब्जियों की कीमतें दो से ढाई गुना तक बढ़ गई हैं। कई सब्जियों की कीमतें बढ़ने से न केवल महिलाओं के किचन का बजट बिगड़ रहा है। बल्कि आम आदमी की थाली से भी हरी सब्जियां दूर होती जा रही हैं। सब्जी खरीदने आए ईएनटी डा. अमित सुनियारा का कहना है कि सब्जियां मंहगी होने से पहले से कम सब्जियां खरीद पा रहे हैं। जहां पहले 100 रुपये की सब्जी खरीदते थे, वहां अब दो सौ ढ़ाई सौ की सब्जी खरीदते हैं।
दुकानदार बिन्दु का कहना है कि फिलहाल सब्जी की कीमतों को लेकर ग्राहकों को कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही। बरसात में अक्सर सब्जी मंहगी हो जाती है। कुछ दिनों से सब्जी फिर सस्ते रेट पर आ जाएगी।
बाबा राजेशदास का कहना है कि सब्जियां मंहगी होने से उनके किचन का बजट पूरी तरह से बिगड़ गया है। लिहाजा सरकार और प्रशासन को मंहगाई पर काबू करने के लिए जरुरी कदम उठाना चाहिए।
अमित कुमार का कहना है कि लोकल मार्केट में सब्जियां नहीं हैं। लिहाजा बाहरी राज्यों से सब्जियां आने पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों के बढ़ने से बढ़े माल भाड़े का भी असर पड़ा है। इसके साथ ही बरसात की वजह से भी सब्जियां बर्बाद होती हैं, जिसका असर सब्जियों की कीमतों पर पड़ रहा है।
सब्जी मंडी के दुकानदार अक्षय का कहना है कि विक्रेताओं के अनुसार थोक मंडी से ही सब्जियां काफी महंगी आ रही है। किसानों की सब्जी खराब हो गई। अभाव में फसल नष्ट होते ही महज 10 दिन में सब्जियों के भाव 3 से 5 गुना तक बढ़ गए। थोक में 10 रुपये किलो मिलने वाली सब्जी 30 से 40 रुपये में मिल रही है। कीमत परचून बाजार में रुपये प्रति किलो..
अदरक 50 से 80 रुपये प्रतिकिलो।
फूल गोभी 60 रुपये प्रतिकिलो।
मटर - 140 रुपये किलो।
शिमला मिर्च - 70 रुपये किलो।
टमाटर - 50 रुपये किलो।
मिर्च - 60 रुपये किलो।
भिडी - 40 रुपये किलो।
पत्ता गोभी - 60 रुपये किलो।
आलू - 20-30 रुपये किलो।
प्याज - 20-30 रुपये किलो।
खीरा - 60 रुपये किलो।
घीया -40 रुपये किलो।