सऊदी अरब में मृत चंदौली के जावेद अहमद इद्रीसी का बदला शव, स्तब्ध परिवारीजन ने विदेश मंत्री को किया ट्वीट
सऊदी अरब के अलदम्माम शहर में चकिया के सिकंदरपुर गांव निवासी जावेद अहमद इद्रीसी की मौत के छह दिन बाद भी शव नही मिलने से स्वजन परेशान हैं। शुक्रवार को वाराणसी एयरपोर्ट पर शव लेने पहुंचे स्वजनों को ताबूत में रखे दूसरे व्यक्ति का शव पकड़ा दिया गया।
चंदौली, जागरण संवाददाता। सऊदी अरब के अलदम्माम शहर में चकिया के सिकंदरपुर गांव निवासी 45 वर्षीय जावेद अहमद इद्रीसी की मौत के छह दिन बाद भी शव नही मिलने से स्वजन परेशान हैं। शुक्रवार को वाराणसी एयरपोर्ट पर शव लेने पहुंचे स्वजनों को ताबूत में रखे दूसरे व्यक्ति का शव पकड़ा दिया गया। पति के शव को गले लगाने को लेकर पत्नी हाजरा बेगम व बच्चे बेसुध होकर सुध बुध खो बैठे हैं। स्वजन जावेद का शव पाने के लिए परेशान हैं।
सिकंदरपुर गांव निवासी स्व. डा. सनाउल्लाह के इकलौते पुत्र जावेद सऊदी अरब के अलदम्माम शहर स्थित एक कंपनी में कार्यरत थे। पिछले 26 वर्षों से सऊदी अरब में ही नौकरी करते थे। कोरोना महामारी के दौरान घर आए थे। दो वर्ष पूर्व यहां से गए थे। 30 अक्टूबर को घर आने को बोले थे। इसके लिए टिकट भी करा लिया था। पिछले 25 सितंबर को ह्दय गति रुकने से उनकी मौत की खबर स्वजनों को लगते ही कोहराम मच गया। आरोप है कि स्वजनों के काफी प्रयास के बाद सऊदी अरब से बाबतपुर एयरपोर्ट पर शव भेजने के बजाय शव को दिल्ली एयरपोर्ट पर भेज दिया गया। दिल्ली में रिश्तेदारों की मदद से ताबूत में भरा शव शुक्रवार की शाम को बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचा। ताबूत पर लगे स्लिप पर साजी राजन इंडियन चस्पा होने के साथ ही महीनों पूर्व का शव देख नौगढ़ निवासी ससुर मुस्तकीम, ऐजाज अहमद व अन्य स्वजन परेशान हो गए।
एयरपोर्ट प्रशासन ने शव लेने से इन्कार कर दिया। क्षेत्रीय विधायक कैलाश आचार्य ने मामले से जिलाधिकारी ईशा दुहन को अवगत कराया। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से शव को शिवपुर (वाराणसी) मर्चरी में रखा गया। स्वजनों ने नाराजगी जताते हुए इंडियन एंबेसी और विदेश मंत्री जयशंकर से ट्विट कर शिकायत की है। साथ ही जिलाधिकारी से मिलने तहसील मुख्यालय पर पहुंचे हैं। जावेद के शव पाने को लेकर पत्नी समेत मां हसीना बेगम, पुत्र श्वेब अख्तर, पुत्री कुलसुम आदि का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।