नवजात और महिला के ऊपर से गुजर गई ट्रेन और नहीं हुआ बाल बांका
कोई अगर पूछे कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोय कहावत का अर्थ उदाहरण सहित समझाओ तो आप मध्य प्रदेश की इस अनोखी घटना का जिक्र कर सकते हैं।
ऊपर से गुजरी ट्रेन और फिर भी सलामत
पीटीआई की एक खबर अनुसार बीते सप्ताह मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में नेपानगर रेलवे स्टेशन पर एक रोमांचक हादसे का नजारा वहां मौजूद लोगों ने किया। बीते शनिवार को यहां पर एक करीब 25 साल की एक महिला ने अपने नवजात बच्चे के साथ पहुंची और सीधी रेल की पटरियों के बीच लेट गई। साफ पता चल रहा था कि वो खुदकुशी करने के इरादे से वहां पहुंची है। देखते ही देखते एक सुपर फास्ट ट्रेन धड़धड़ाते हुए उसके ऊपर से गुजर गई। लोगों की सांसे परिणाम के बारे में सोच कर जैसे थम गईं, पर ट्रेन गुजरने के बाद जो सामने आया वो सुखद पर अविश्वसनीय था। इस भयानक पल के बीतने के बाद महिला और बच्चा दोनों सुरक्षित थे।
कुछ ऐसे हुआ हादसा
घटना शनिवार सुबह की बताई जा रही जब इस स्टेशन पर खुदकुशी के इरादे से पटरियों के बीच बच्चे सहित लेटी महिला के ऊपर से पुष्पक एक्सप्रेस निकल गयी पर दोनों को कुछ नहीं हुआ। इस बारे में मामले की जांच कर रहे आरपीएफ प्रके अधिकारियों के अनुसार महिला की पहचान इलाहाबाद की रहने वाली महिला तब्बसुम के तौर पर हुयी है, जो अपने दो महीने के बच्चे के साथ कुशीनगर एक्सप्रेस से इलाहबाद से मुम्बई जा रही थी लेकिन नेपानगर में ट्रेन से उतर कर रेल की पटरियों पर जा लेटी। इससे पहले कोई कुछ समता औश्र उन्हें बचाने के लिए कोई कदम उठाता ट्रेन आ गई और उन दोनों पर से गुजर गई। उसके बाद दोनों को सुरक्षित देख सबने की राहत की सांस ली। जिसके बाद तुरंत उन्हें पास के अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से मामुली इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें छोड़ दिया।
व्यक्ितगत परेशानियों के चलते उठाया ये कदम
पुलिस ने महिला से पूछताछ करने के बाद स्पष्ट किया कि ये इंतिहाई कदम उसने अपनी निजी परेशानियों के चलते उठाया है। बताते हैं कि महिला की सौतेली मां उसकी शादी जबरदस्ती एक शादीशुदा आदमी से करवा दी। ये आदमी उसके साथ बहुत बुरा बर्ताव करता था। मारपीट भी उसे बर्दाश्त करनी पड़ती थी जिसके कारण वो पहले भी एक बार आत्महत्या का प्रयास कर चुकी थी। गर्भवती होने के बाद पति ने उसे तलाक दे दिया था और अब वो अपनी नानी के घर मुंबई जा रही थी। बहरहाल फिल्हाल उसके परिवार के लोग उसे मुंबई ले गए हैं।