स्मार्ट फैब्रिक से बने स्मार्ट
शोधकर्ताओं ने एक ऐसा कंप्यूटरीकृत कपड़ा विकसित करने का दावा किया है, जो मनुष्य के शरीर की गतिविधियों के हिसाब से रंग और आकार बदल लेगा। इस खोज से टेक्सटाइल डिजाइनिंग के क्षेत्र में क्त्रांति आ सकती है।
टोरंटो। शोधकर्ताओं ने एक ऐसा कंप्यूटरीकृत कपड़ा विकसित करने का दावा किया है, जो मनुष्य के शरीर की गतिविधियों के हिसाब से रंग और आकार बदल लेगा। इस खोज से टेक्सटाइल डिजाइनिंग के क्षेत्र में क्त्रांति आ सकती है।
कनाडा स्थित कोनकोर्डिया यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ डिजाइन एंड कंप्यूटेशन आर्ट्स के प्रोफेसर जोना बेरजोस्का की टीम ने इस कंप्यूटरीकृत कपड़े का निर्माण किया है। यह कपड़ा मनुष्य के शरीर से ऊर्जा को ग्रहण करने के बाद उसका संचयन करता है। फिर उस ऊर्जा का इस्तेमाल रंग व आकार बदलने में करता है। बेरजोस्का ने कहा, हमारा मकसद ऐसे वस्त्रों का निर्माण करना है, जो आश्चर्यचकित तरीके से खुद में बदलाव करते हैं। यही कारण है कि हमने शरीर की ऊर्जा के हिसाब से अपना रंग बदलने वाली जैकेट का नाम कर्मा चमेलियन रखा है।
इस शोध की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि कपड़े के तंतुओं के बीच में ही इलेक्ट्रॉनिक एवं कंप्यूटरीकृत फीचर को बुना गया है। इन्हें अलग से कपड़े के साथ जोड़ा नहीं गया। यह कपड़ा पोलिमर की कई परतों से मिलकर बना है, जो एक दूसरे के साथ परस्पर क्त्रिया करते हैं।
हालांकि फिलहाल इस तरह के कपड़े से किसी भी तरह का वस्त्र तैयार करना संभव नहीं है, लेकिन बेरजोस्का कुछ फैशन डिजाइनर्स की मदद से ऐसे वस्त्र निर्माण की योजना बना रहे हैं, जो पहनने में आसान हों। बेरजोस्का अपनी इस खोज को इस सप्ताह स्मार्ट फेब्रिक 2013 में पेश करने वाले हैं।
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