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अनोखा रेस्टारेंटः घनघोर अंधेरे में मिलता है भोजन, दृष्टिहीन वेटर परोसते हैं खाना

रायपुर शहर के बीच में एक रेस्टारेंट खुला है। घनघोर अंधेरे को चीरते हुए झरने के पार जाने पर हमें रेस्टारेंट मिलता है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Tue, 23 Aug 2016 08:39 PM (IST)Updated: Tue, 23 Aug 2016 09:06 PM (IST)
अनोखा रेस्टारेंटः घनघोर अंधेरे में मिलता है भोजन, दृष्टिहीन वेटर परोसते हैं खाना

रायपुर। इन दिनों छत्तीसगढ़ की राजधानी के बीच में एक रेस्टारेंट खुला है। घनघोर अंधेरे को चीरते हुए झरने के पार जाने पर हमें रेस्टारेंट मिलता है। हालांकि इस रास्ते के बीच में आप क्रिकेट खेलने के साथ ही समधुर गीतों का भी आनंद उठा सकते हैं। चौंकिए मत। जीई रोड स्थित एक मॉल में इन दिनों 'डायलॉग इन द डार्क नामक रेस्टारेंट' आया है, जहां की सबसे बड़ी खासियत तो यह है कि पूरा रेस्टारेंट दृष्टित्रहीन चलाते है।

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नईदुनिया की टीम ने सोमवार दोपहर इस रेस्टांरेट का दौरा किया। रेस्टारेंट के अंदर जाते ही चारों ओर घनघोर अंधेरा नजर आया। एक छड़ी पकड़कर व सामने वाले की आवाज के सहारे आप टेढ़े-मेढ़े रास्ते को पार करते हैं। करीब 45 मिनट के इस दौरान आप रेस्टारेंट के अंदर जंगल पार करते हुए पुल के सहारे झरने का आनंद ले सकेंगे। यह सब पार करते हुए आप रेस्टारेंट में पहुंचेंगे, जहां आप अपनी इच्छानुसार ऑर्डर करेंगे। वेटर द्वारा सामान दिए जाने के बाद पैसे भी आपको अंधेरे में ही देने होंगे।

कुल मिलाकर ये 45 मिनट आपको अपने जीवन के अब तक के यादगार पलों में से एक होगा। इस घनघोर अंधेरे के बाद जैसे ही आप बाहर निकलेंगे, आपको एक अलग सुकून मिलेगा। इस पूरे 45 मिनट के दौरान आपको बिल्कुल भी नहीं लगेगा कि आपको गाइड करने वाला भी नेत्रहीन है।

इस रेस्टारेंट की शैली सबरवाल व आयुश पांडे ने बताया कि सभी को कंपनी द्वारा स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है। इसके द्वारा यह कोशिश की जा रही है कि समाज के दूसरे लोगों को भी इनकी दुनिया का एक अनुभव मिले।

कैमरा, मोबाइल सब कुछ रखना पड़ता है बाहर

रेस्टारेंट के अंदर जाने के पहले आपको अपना कैमरा, मोबाइल, पेन आदि सारी चीजें बाहर छोड़नी पड़ेंगी। इसके लिए आपको लॉकर भी दिया जाएगा।

पश्चिम बंगाल, केरल, झारखंड व छत्तीसगढ़ के हैं कर्मचारी

करीब 2000 स्कवेयर फीट में फैले इस रेस्टारेंट में कुल 6 लोग कार्यरत हैं, जिनमें केरल तथा पश्चिम बंगाल के एक-एक तथा झारखंड के 2 व छत्तीसगढ़ के 2 कर्मचारी हैं। इनके नाम जैकी, फैज, फिलिप, जुम्मन, हितेश सिन्हा हैं।

इस प्रकार का देश का चौथा रेस्टारेंट

मूल रूप से जर्मनी में शुरू हुआ। इस प्रकार की थीम वाला यह होटल आज देशभर में चार रेस्टारेंट है। हैदराबाद, चेन्नई, बेगलुरू के बाद रायपुर में खुला है। कंपनी का कहना है कि इस प्रकार के अनोखे रेस्टारेंट द्वारा वह लोगों को बताना चाहती है कि कैसे लोग अपनी सूंघने की क्षमता, स्पर्श के साथ ही अन्य सेंसेज का उपयोग कर सकते हैं।

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