साथ में खेलते हैं, पीठ पर कराते हैं सवारी, देखी है कभी मगरमच्छ और इंसान की ऐसी दोस्ती
पश्चिमी अफ्रीका में एक देश है ऐसा भी है जहां के एक गांव में इंसान के खास दोस्त हैं मगरमच्छ, यकीन नहीं तो खुद देख लीजिए।
खतरनाक जानवर से प्यार भरा रिश्ता
भले ही मगरमच्छों को जानवरों की दुनिया के सबसे खतरनाक जीवों में गिना जाता है, जो इंसानों के लिए काफी डरावने हो सकते हैं। इसके बावजूद समाचार एजेंसी एएफपी की एक रिर्पोट के अनुसार पश्चिम अफ्रीकी देश बर्किना फासो के एक गांव में इंसान और मगरमच्छ की अनोखी दोस्ती के प्यार भरे नजारे देखने को मिल रहे हैं। इनके एक दूसरे के साथ मजेदार समय बिताते हुए दृश्य आम देखे जाते रहते हैं। ये स्थान राजधानी उआगाडुगो से तीस किलोमीटर दूर बाजोल नाम का एक गांव है।
मगरमच्छों के साथ बीतता है समय
बाजोल गांव में एक बड़ा सा तालाब है और वहां के निवासी इसे सौ से ज्यादा मगरमच्छों के साथ बांटते हैं। वहां रहने वाले किसी भी व्यक्ति को बड़े-बड़े दांतों वाले इस जीव से बिलकुल डर नहीं लगता। वह मगरमच्छ को चिकन खिलाने के साथ उसके ऊपर बैठ और लेट भी जाते हैं। गांव में रहने वाले पीएरे काबोरे कहते हैं, 'बचपन से ही हमें मगरमच्छ के साथ तालाब में तैरने और खेलने की आदत हो गई थी। वह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते।'
सदियों पुराना है ये रिश्ता
गांव की मान्यताओं के अनुसार 15वीं सदी से ही इंसान और मगरमच्छ की दोस्ती चली आ रही है। एक बार गांव में सूखा पड़ा था तब मगरमच्छों ने उन्हें छुपा हुआ तालाब दिखाया था। उनके इस उपकार का धन्यवाद करने के लिए हर साल गांव वाले कूम लाकरे नामक उत्सव मनाते हैं। उत्सव के दौरान गांव वाले बलि देकर मगरमच्छ से खुशहाली की कामना करते हैं। माना जाता है कि कुछ बुरा होने पर मगरमच्छ रोते हैं और गांव वालों को आने वाले संकट का संकेत देते हैं। इंसान और मगरमच्छ का यह तालमेल दुनियाभर के पर्यटकों को इस गांव में खींच लाता है।