Farmer Painted Dog: यहां पर लोग कुत्तों को पेंट कर बना रहे हैं 'बाघ', ये है वजह
Farmer Painted Dog कर्नाटक के शिवमोगा जिले में लोग कुत्तों को पेंट करके बाघ बना रहे हैं। उनके शरीर पर काले और पीले रंग के पेंट से धारियां बना देते हैं ताकि वे बाघ जैसे दिखें।
Farmer Painted Dog: कर्नाटक के शिवमोगा जिले में लोग कुत्तों को पेंट करके 'बाघ' बना रहे हैं। उनके शरीर पर काले और पीले रंग के पेंट से धारियां बना देते हैं, ताकि वे बाघ जैसे दिखें। वहां के लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं? तो इसकी सबसे बड़ी वजह हैं बंदर। जी हां, बंदरों के उत्पात से बचने के लिए लोगों ने ऐसे तरकीब निकाले हैं।
शिवमोगा जिले के नल्लुर गांव में लोगों ने अपने पालतू कुत्तों को पेंट से रंग दिया है, ताकि वे बाघ जैसे दिखें। आए दिन बंदर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, इससे बचने के लिए लोगों ने कुत्तों को रंग दिया है।
इस गांव के लोग मुख्यत: कॉफी और सुपारी की खेती करते हैं। गांव के किसान श्रीकांत गौड़ा ने एएनआई को बताया कि पहले उन्होंने बंदरों को भगाने के लिए कई उपाय किए लेकिन वे सभी असफल रहे, तब उन्होंने कुत्तों को पेंट करने का फैसला किया।
श्रीकांत ने बताया कि गोवा से उन्होंने कुछ खिलौने लाकर अपने खेतों में लगाए थे, ताकि बंदर उनकी फसलों को बर्बाद न करें। लेकिन कुछ समय के बाद उन खिलौनों के रंग फीके पड़ जाते थे, जिसके बाद बंदर फिर खेतों में आकर फसलों को बर्बाद कर देते थे। तब उन्होंने अपने कुत्ते बुलबुल को बाघ जैसा दिखने के लिए डाई से रंग दिया।
Shivamogga: A farmer painted his dog to make it look like a tiger at Nallur village,Thirthahalli. Farmer's daughter says,'It was my father's idea to scare monkeys away. Earlier, monkeys used to destroy all our crops. Everyone in our village is replicating his idea." #Karnataka pic.twitter.com/oBH1rUlEUZ — ANI (@ANI) December 2, 2019
उन्होंने बताया कि अब वे बुलबुल को सुबह और शाम खेतों में ले जाते हैं, जिसे देखकर बंदर भाग जाते हैं। वे अब उनके खेतों में नहीं आते हैं और फसल भी सुरक्षित है।
किसान श्रीकांत की बेटी ने बताया कि बंदरों से फसलों को बर्बादी से बचाने के लिए उसके पिता के मन में यह विचार आया। इससे पहले बंदर उनकी फसलों को बर्बाद कर देते थे। अब गांव में हर कोई उनके इस आइडिया को अपना रहा है और कुत्तों को रंगकर बाघ जैसा बना रहा है।