जापान में फिर एक राजकुमारी प्यार के लिए छोड़ेगी राजसी ठाठ आम आदमी से करेगी शादी
एक साल ही बीता है जब एक जापानी राजकुमारी ने आम आदमी के प्यार में राजसी जीवन छोड़ कर उससे शादी करने का एलान किया, यहां इतिहास एक बार फिर दोहराया जाएगा।
छोड़ना होगा शाही रुतबा
रायटर की एक खबर में बताया गया है कि जापान की 27 वर्षीय राजकुमार अयाको को एक सामान्य जापानी नागरिक 32 साल के केई मोरिया से प्यार हो गया है। और वो जल्दी ही उससे शादी करने वाली हैं। केई एक शिपिंग फर्म में काम करते हैं। जापान में अगर कोई राजकुमारी शाही परिवार से बाहर किसी आम नागरिक से शादी करती है तो उसका राजसी दर्जा कानूनन उससे वापस ले लिया जाता है। हालांकि यदि कोई राजकुमार ऐसा करे तो उसकी शाही हैसियत पर असर नहीं पड़ता वो बरकरार रहती है।
दोहराया जायेगा इतिहास
इससे पहले बीते साल सितंबर में अयाको की चचेरी बहन राजकुमारी माको ने भी एक आम जापानी नागरिक अपने कॉलेज के दोस्त केई कोमुरो से सगाई की थी। तभी ये सामने आया था कि उनका शाही दर्जा छूट जायेगा। इस तरह जापान में ये दूसरा अवसर होगा जब किसी राजकुमारी का शाही दर्जा छीन लिया जायेगा। खबरों के मुताबिक अयाको टोक्यो के मेइजी जिंगु मंदिर में 29 अक्टूबर को शादी कर रही हैं। इसके बाद वे बोनस के साथ राजपरिवार छोड़ देंगी। हां शाही दर्जा छोड़ने पर उन्हें राजपरिवार से 10 लाख डॉलर जो करीब 6 करोड़ 85 लाख रुपए के बराबर होता है का बोनस मिलेगा। वहीं उनकी बहन राजकुमारी माको और उनके मंगेतर केई कोमुरो जो पहले इसी साल नवंबर में शादी करने वाले थे, अब राजा अकीहितो के राजगद्दी छोड़ने के बाद 2020 में शादी करेंगे।
कौन हैं राजकुमारी अयाको
जापान की इस राजकुमारी अयाको ने सामाजक कल्याण में मास्टर की डिग्री ली हुई है। शाही परिवार के सूत्रों की मानें तो उनके होने वाले पति केई मोरिया से अयाको को मां राजकुमारी ताकामोदो ने पिछले साल दिसंबर में मिलवाया था। ताकामोदो, केई के परिवार को पहले से जानती थीं। केई और अयाको दोनों के ही शौक काफी मिलते जुलते हैं। दोनो ही ग्लोबल वेलफेयर, स्कीइंग, किताबों और यात्रा करने का शौक रखते है। जापान में शाही परिवार की महिलाओं को राजगद्दी पर बैठने का अधिकार नहीं है। हांलाकि एक दौर आया था जब पुरुष उत्तराधिकारी ना होने के कारण महिलाओं को गद्दी सौंपने पर चर्चा शुरू हुई थी पर 2006 में राजकुमार हिसाहितो के जन्म के साथ उसका अंत हो गया और अब अगले वर्ष मई 2019 में राजकुमार नारुहितो, राजा अकीहितो से पद भार लेकर सिंहासन पर बैठेंगे। नारुहितो के बाद राजगद्दी पर बैठने का हक हिसाहितो का होगा।