भतीजे ने ही की थी प्रापर्टी डीलर की हत्या
संवाद सहयोगी, हाथरस : कोतवाली सदर क्षेत्र में कोटा कपूरा के पास प्रापर्टी डीलर की हत्या का पुलिस ने 24 घंटे में ही पर्दाफाश कर दिया। भतीजे ने ही जमीन के रुपयों की खातिर उनकी हत्या की थी। वारदात में आरोपित का ममेरा भाई भी शामिल था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर बुधवार को घटना का पर्दाफाश किया। दोनों आरोपितों से तमंचा और कारतूस बरामद कर जेल भेजा गया।
45 वर्षीय मनोहरलाल का शव कोटा कपूरा चौराहा से गांव नंदराम नगरिया रोड पर मंगलवार सुबह खेत में पेड़ के पास मिला। पुलिस, फोरेंसिक व डाग स्क्वाड टीम ने मामले की छानबीन की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में गोली लगने की पुष्टि हुई। मृतक के बेटे धर्मेंद्र ने बताया कि सोमवार रात साढ़े 11 बजे पिता को पीतांबर निवासी ऊंटगाड़ी मोहल्ले में स्थित घर से बुलाकर बाइक से ले गए थे। देर रात तक पिता का इंतजार किया, लेकिन वह घर पर नहीं आए। मंगलवार को सुबह सूचना मिली कि उनका शव कोटा कपूरा चौराहा से 200 मीटर दूर गांव नंदराम नगरिया की तरफ एक खेत में सड़क किनारे पेड़ के नीचे पड़ा हुआ था। बेटे ने बताया कि पिता खेतीबाड़ी के साथ-साथ प्रापर्टी डीलिंग का काम भी करते थे। रंजिशन उनकी गोली मारकर हत्या की गई है। पुलिस ने तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।
मंगलवार रात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर नवीपुर बंबा से दो अभियुक्तों आकाश निवासी नंदराम नगरिया व पीताम्बर निवासी मोहल्ला ऊंटगाड़ी, कोतवाली सदर को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी प्रकाश कुमार ने कोतवाली सदर में प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी। एएसपी के अनुसार हत्या का कारण पूछने पर अभियुक्त आकाश ने बताया कि उसके चाचा मनोहर लाल पर उसके 11 लाख रुपये बकाया थे। बार-बार मांगने पर वह नहीं दे रहे थे। शराब पीकर गाली गलौज करते थे। दूसरा अभियुक्त पीताम्बर आकाश का ममेरा भाई है। उसने बताया कि एक प्लाट की बिक्री के बाद भी मनोहर लाल ने उसके रुपये नहीं दिए। उल्टा उस पर 40 हजार रुपये का कर्ज बताते थे। पीताम्बर ने आकाश के साथ मिलकर मनोहर लाल को मारने की योजना बनाई। मनोहर लाल को घर से बुलाकर लाए। पहले शराब पिलाई और कोटा रोड पर तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपितों की गिरफ्तारी करने वाली टीम में एसएचओ लोकेश कुमार भाटी, एसआइ रामपाल, एसआइ उमेश बाबू, कांस्टेबल लोकेंद्र व प्रिंस शामिल रहे।