इन दो बदलावों से उज्ज्वल होगा सरकारी स्कूलों के छात्रों का भविष्य, सीएम केजरीवाल ने बताया रोडमैप
केजरीवाल ने सरकारी स्कूलों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए सबसे पहले दो चीजों पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि कई नए सरकारी स्कूल खोलने पड़ेंगे।वहीं दूसरा जरूरी काम सभी कच्चे शिक्षकों को पक्का करने के साथ बड़े पैमाने स्तर पर नए शिक्षकों की भर्ती करने पर जोर दिया।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। देशभर में अच्छी और फ्री शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाएं देने के कार्य में अब हमें युद्ध स्तर पर लग जाना चाहिए, तभी भारत दुनिया का नंबर वन देश बनेगा। भारत को अमीर देश बनाने के लिए हर भारतवासी को अमीर बनाना पड़ेगा। देशभर में अधिकतर सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल है। अगर हम सरकारी स्कूलों को दिल्ली के स्कूलों जैसा शानदार बना दें और सारे बच्चों को अच्छी शिक्षा देनी चालू कर दें तो लक्ष्य पा सकेंगे। यहां से पढ़ने वाले बच्चे अच्छे बिजनेसमैन, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बनना शुरू हो जाएं, तो हर बच्चा अपने परिवार को अमीर बना देगा। इसके लिए हमें देश के सभी सरकारी स्कूलों को शानदार बनाने पड़ेंगे। यह कहना है दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का। सोमवार को प्रेस वार्ता कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश को बेहतर शिक्षा कैसे दी जाए सकती है इस पर एक रोडमैप प्रस्तुत किया।
नए स्कूल खोलने और शिक्षकों की भर्ती के जरिए पा सकेंगे लक्ष्य
केजरीवाल ने देश के सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए सबसे पहले दो चीजों पर जोर दिया। सबसे पहले उन्होंने कहा कि ढेर सारे नए सरकारी स्कूल खोलने पड़ेंगे। वहीं दूसरा जरूरी काम सभी कच्चे शिक्षकों को पक्का करने के साथ बड़े पैमाने स्तर पर नए शिक्षकों की भर्ती करने पर जोर दिया। इसके साथ ही शिक्षकों की शानदार ट्रेनिंग की बात भी उन्होंने की।
दिल्ली के स्वास्थ्य माडल से पा सकेंगे देश में फ्री इलाज का लक्ष्य
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सबके लिए अच्छा और मुफ्त इलाज का इंतजाम करने के लिए बड़े स्तर पर पूरे देश में सरकारी अस्पताल खोलने पड़ेंगे। दिल्ली में एक आदमी पर साल में औसतन दो हजार रुपए का खर्चा आता है। इस तरह पूरे देश में 130 करोड़ लोग का 2.5 लाख करोड़ रुपए में इलाज हो जाएगा। यह पांच साल में हो सकता है। हमने दिल्ली में किया, हमें करना आता है। मैं केंद्र सरकार को ऑफर देना चाहता हूं कि आप हमारी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का इस्तेमाल करिए। हम केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।