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Delhi: प्रगति मैदान में नहीं बनेगा हेलीपेड, DUAC ने सुरक्षा कारणों से नहीं दी इजाजत

प्रगति मैदान में बन रहे विश्व सम्मेलन केंद्र की छत पर अब हैलीपेड नहीं बनेगा। अब इसकी जगह ऐसा ढांचा बनाया जाएगा जिसका इस्तेमाल भविष्य में सौर पैनल के लिए किया जा सके। नौ और 10 सितंबर को जी 20 शिखर सम्मेलन इसी केंद्र में होना है।

By sanjeev GuptaEdited By: Shyamji TiwariPublished: Thu, 08 Jun 2023 08:30 PM (IST)Updated: Thu, 08 Jun 2023 08:30 PM (IST)
Delhi: प्रगति मैदान में नहीं बनेगा हेलीपेड, DUAC ने सुरक्षा कारणों से नहीं दी इजाजत
प्रगति मैदान में नहीं बनेगा हेलीपेड, DUAC ने सुरक्षा कारणों से नहीं दी इजाजत

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। प्रगति मैदान में बन रहे विश्व सम्मेलन केंद्र की छत पर अब हैलीपेड नहीं बनेगा। सुरक्षा कारणों के चलते दिल्ली शहरी कला आयोग (डीयूएसी) ने इसकी इजाजत देने से इनकार कर दिया है। अब इसकी जगह ऐसा ढांचा बनाया जाएगा, जिसका इस्तेमाल भविष्य में सौर पैनल के लिए किया जा सके।

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डीयूएसी ने इस आशय का निर्णय संबंधित स्थानीय निकाय दक्षिणी दिल्ली नगर निगम और आर्किटेक्ट की सिफारिशों के आधार पर बीते हफ्ते एक विशेष बैठक में लिया। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों जल्द ही इसका उदघाटन भी होने वाला है। नौ और 10 सितंबर को जी 20 शिखर सम्मेलन इसी केंद्र में होना है।

सम्मेलन केंद्र लगभग तैयार

जी-20 का मुख्य आयोजन स्थल यह सम्मेलन केंद्र वैसे लगभग तैयार हो चुका है। केवल फिनिशिंग कार्य चल रहा है। पूर्व में कई तय समय-सीमा पीछे छोड़ चुके इस केंद्र का निर्माण कार्य अब प्रधानमंत्री कार्यालय व केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय की सीधी निगरानी में चल रहा है। प्रगति मैदान नवीनीकरण योजना की शुरुआत जून 2017 में हुई थी।

तब यह प्रोजेक्ट को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन डेडलाइन मिस हो गई और काम पूरा न हो पाया। फिर 2020 की डेडलाइन रखी गई, लेकिन कोरोना लाकडाउन ने इस बार भी पेच फंसा दिया। हालांकि, इस दौरान चार हाल बनकर तैयार हो गए। सुरंग सड़क पर भी आवागमन शुरू हो गया, लेकिन पूरा प्रोजेक्ट तीसरी डेडलाइन यानी 2022 में भी पूरा न हो पाया। जनवरी 2023 में तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों इसके उदघाटन की योजना भी बना ली गई थी, किन्तु इस बार फिर काम न बन पाया।

प्रगति मैदान नवीनीकरण परियोजना की कुछ खासियतें

  • सम्मेलन केंद्र के साथ एक वीआइपी लाउंज, दो सभागार व डाइनिंग रूम भी होंगे, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 600 से 900 लोगों तक की रहेगी।
  • प्रधानमंत्री के लिए 25 कमरों का एक अलग काम्प्लेक्स भी रहेगा, जहां बैठकें और सेमिनार हो सकें।
  • कुछ ही माह में इंडिया गेट की तरह प्रगति मैदान भी आकर्षण का केंद्र होगा। यहां तीन चिल्ड्रन पार्क होंगे, साथ ही एक झील भी होगी।
  • प्रगति मैदान का यह सम्मेलन केंद्र चीन की राजधानी बीजिंग स्थित अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर से भी भव्य होगा। बीजिंग कन्वेंशन सेंटर की मौजूदा क्षमता 2300 लोगों की है। प्रगति मैदान का सेंटर इससे दो गुना बड़ा होगा।
  • यहां एक लाख 22 हजार वर्ग मीटर स्पेस में स्टेट आफ दी आर्ट एम्फी थियेटर भी बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा ट्रेड फेयर एवं व्यावसायिक आयोजन के लिए यहां सात कन्वेंशन हाल भी बनाए जा रहे हैं। यहां बनने वाला कन्वेंशन सेंटर, मौजूदा विज्ञान भवन से भी पांच गुना बड़ा होगा।
  • खुले क्षेत्र में एक हिस्सा चित्रकारों और कलाकारों के लिए आरक्षित रखा जाएगा। जहां उनकी पेंटिंग या हस्तशिल्प की प्रदर्शनी लगाई जा सके।

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