मतांतरण का मामला: चरित्र पर शक के चलते हेड कांस्टेबल वसीम और पत्नी के बीच बढ़ी थी दूरियां
हापुड़ में दर्ज मतांतरण के मामले में नई जानकारी सामने आई है। दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल वसीम और उसकी पत्नी के बीच विवाद की वजह सिर्फ मतांतरण ही नहीं है। पिछले कुछ वर्षों से दोनों एक दूसरे के चरित्र पर शक करने लगे थे।
पूर्वी दिल्ली, जागरण संवाददाता। दुष्कर्म के बाद जबरन मतांतरण करके निकाह करने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल वसीम और उसकी पत्नी के बीच विवाद की वजह सिर्फ मतांतरण ही नहीं है।
पुलिसकर्मी और उसकी पत्नी के दोस्तों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से दोनों एक दूसरे के चरित्र पर शक करने लगे थे, जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगे। समय के साथ यह विवाद बढ़ता चला गया।
उन दोनों के दोस्तों को भी यह बात हज्म नहीं हो रही है कि दोनों दक्षिणी दिल्ली की पुलिस कॉलोनी में पिछले कई वर्षों से रह रहे हैं।
मतांतरण के नाम पर अत्याचार की सारी हदें पार
आरोपित व पीड़िता के पिता खुद दिल्ली में पुलिस में हैं। जहां चारों तरफ दिल्ली पुलिसकर्मी रहते हैं, उस कॉलोनी में पिछले 12 वर्षों से एक महिला जिसने प्रेम विवाह किया था उसके साथ मतांतरण के नाम पर अत्याचार की सारी हदें पार कर दी गईं।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि पीड़िता के पिता दिल्ली पुलिस में हैं और पुलिस कॉलोनी में रहते हैं। उसके बावजूद पीड़िता को उत्तर प्रदेश के हापुड़ में मुकदमा दर्ज करवाना पड़ा, पीड़िता व उसके परिवार को क्या दिल्ली पुलिस पर जरा भी भरोसा नहीं था।
दोस्तों का कहना है कि मुकदमा दर्ज करवाने की वजह चरित्र पर शक करना है, अगर जबरन मतांतरण वजह होती 12 वर्ष तक महिला या उसका परिवार इंतजार नहीं करते।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने शाहदरा जिला पुलिस से कोई रिपोर्ट नहीं मांगी है।
-रोहित मीणा, जिला पुलिस उपायुक्त शाहदरा