भगोड़े जाकिर नाईक ने ED पर लगाया झूठ बोलने का आरोप, कहा- मेरे पास नहीं है आय का स्रोत
प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि नाइक के पास कोई आमदनी न होने के बावजूद उसने छह वर्षों में 46 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए हैं।
मुंबई, आइएएनएस। इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाईक ने मनी लांड्रिंग की बात को निराधार बताते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। ईडी का आरोप है कि कोई आमदनी न होने के बावजूद नाईक ने छह वर्षों के दौरान 46 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए हैं।
वहीं, अब नाईक ने एक बयान में कहा, 'ईडी क्यों झूठ बोल रहा है? सरकारी एजेंसियों सहित सभी जानते हैं कि मेरे पास कई प्रकार के उद्यम और आय के स्त्रोत हैं। टैक्स रिटर्न में मेरी आमदनी हमेशा दिखती भी है।'
बता दें कि नाईक 2016 में भारत से भाग गया था और इस समय वह मलेशिया में रह रहा है। मलेशिया सरकार ने उसे स्थायी निवासी का दर्जा दे रखा है। एनआइए पहले ही गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत जाकिर नाइक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह फिलहाल मलेशिया में छुपा हुआ है। लेकिन एनआइए इंटरपोल से उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। पिछले दिनों इंटरपोल में जाकिर नाइक के खिलाफ सबूतों की समीक्षा की गई थी।
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही ईडी ने नाईक पर मनीलांड्रिंग का आरोप लगाते हुए विशेष पीएमएलए अदालत के जज एमएस आजमी के समक्ष आरोप-पत्र दाखिल किया था। आरोप-पत्र के अनुसार, आय के 'ज्ञात स्त्रोत' नहीं होने के बावजूद नाईक पूरी दुनिया की यात्रा कर रहा है। वह अभी भी अपने भारतीय बैंक खातों में 49.20 करोड़ रुपये स्थानांतरित करने में कामयाब रहा। मनीलांड्रिंग का यह मामला कुल 193 करोड़ रुपये का है।
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