जिलानी पढ़ा गए 'भाजपा रोको' का पाठ
कांग्रेस के समर्थन में इमाम बुखारी का फतवा आने के बाद बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के नेता जफरयाब जिलानी अचानक मैदान में उतर गए। प्रशासन से मतदाता जागरुकता अभियान के नाम पर अनुमति लेकर रविवार को कार्यक्रम किए। इसमें भाजपा को रोकने के लिए मुस्लिम समाज को एकजुटता का पाठ पढ़ाया। खुलेआम एक दल की पैरवी करने
एटा [जासं]। कांग्रेस के समर्थन में इमाम बुखारी का फतवा आने के बाद बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के नेता जफरयाब जिलानी अचानक मैदान में उतर गए। प्रशासन से मतदाता जागरुकता अभियान के नाम पर अनुमति लेकर रविवार को कार्यक्रम किए। इसमें भाजपा को रोकने के लिए मुस्लिम समाज को एकजुटता का पाठ पढ़ाया।
खुलेआम एक दल की पैरवी करने के बाद जिलानी रविवार को वापस लौट गए। शिकायत के बाद हरकत में आया प्रशासन अब वीडियो फुटेज तलाश रहा है। शनिवार को एटा पहुंचे जिलानी ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों का दौरा कर कई सभाएं की। सभाओं में इमाम बुखारी के फतवे के सिद्धांतहीन करा दिया। रविवार को पटियाली में पत्रकारों से बातचीत में जफरयाब जिलानी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए जो पार्टी अल्पसंख्यक समाज का हित करे, उसका समर्थन करें। वहीं सहावर में जीलानी ने कहा कि देश की आजादी में मुसलमानों की भूमिका अहम रही तो वोट के मामले में मुसलमान पीछे क्यों है? मुसलमान अपने वोट की ताकत को पहचाने और सही जगह वोट का इस्तेमाल करें। अगर मुसलमान का वोट बिखरा तो कौम का नुकसान होगा। वोट से सही हुकूमत बनती है। जिलानी के भाषण से साफ था कि वे मुस्लिमों के वोट किसी एक पार्टी के लिए चाहते हैं इसीलिए बिखराव रोकने की बात करते हैं।
एटा में शनिवार को मुस्लिमों की बैठक करके जिलानी चले गए मगर कुछ भी जाहिर नहीं होने दिया। बाबरी कमेटी के नेता के कार्यक्रमों की व्यवस्था एक राजनैतिक पार्टी के लोगों ने की थी। मारहरा के सपा नेता परवेज जुबैरी ने बताया कि मतदाता जागरुकता अभियान के तहत जिलानी का दौरा हुआ है।
दूसरी ओर जिलानी के दौरे को लेकर प्रशासन रविवार की शाम हरकत में आ गया। एसडीएम रवि प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि जिलानी के कार्यक्रम की अनुमति मतदाता जागरुकता अभियान के नाम पर ली गई थी। कार्यक्रम के फुटेज जांचे जाएंगे। आचार संहिता का उल्लंघन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।