कल की बारिश आज भी बनी रही आफत
शुक्रवार को हुई भारी बारिश का असर शनिवार को भी रहा। बारिश से डूबीं सड़कें और मोहल्ले आज भी हलकान थे। घरों के आगे लगे पानी में लोग छपाक करते हुए उतर रहे थे। कई घरों में घुसा पानी अब तक वहीं जमा था लोग उसे निकालने की जद्दोजहद में थे। कई जगहों पर सड़कें भी पानी में थीं। शहर के कंकड़बाग, राजेंद्र नगर जै
पटना। शुक्रवार को हुई भारी बारिश का असर शनिवार को भी रहा। बारिश से डूबीं सड़कें और मोहल्ले आज भी हलकान थे। घरों के आगे लगे पानी में लोग छपाक करते हुए उतर रहे थे। कई घरों में घुसा पानी अब तक वहीं जमा था लोग उसे निकालने की जद्दोजहद में थे। कई जगहों पर सड़कें भी पानी में थीं। शहर के कंकड़बाग, राजेंद्र नगर जैसे इलाकों के लिए तो यह दूसरी आफत थी। पिछले महीने इसी परेशानी से वह ठीक से निजात भी नहीं पा सके थे कि दोबारा वही सारी चीजें उनके सामने आ गईं।
बारिश से राजधानी के निचले इलाकों में सबसे बुरा हाल रहा। रेलवे ट्रैक भी इस आफत से अछूते नहीं रहे। पटरियों के डूब जाने से ट्रेनों का आवागमन काफी बाधित रहा। नई दिल्ली और दूसरी जगहों से आने वाली ट्रेनें समय पर स्टेशन नहीं पहुंच सकीं। महीने भर के अंदर यह दूसरी बार शहर के इस हाल ने नगर निगम का पोल फिर से खोलने काम किया है।
और ऋचा लौट गई घर
सुबह साढे पांच बजे से स्टेशन और फिर अपनी रेलगाडी में बैठी ऋ चा गाड़ी के न खुलन से 10 बजे घर लौट गई। बीआइटी मेसरा की छात्रा ऋ चा को रांची जाना था। उसकी गाड़ी जनशताब्दी सुबह छह बजे थी। वह साढे पांच बजे स्टेशन पहुंच गई और गाड़ी में अपनी सीट पर बैठ गई। काफी देर तक गाडी नहीं खुली तो उसने पूछताछ पर संपर्क किया। बार बार कहा गया कि गाड़ी खुलने वाली है लेकिन दस बजे तक सिग्नल नहीं हुआ तो वह बैग उठाकर घर लौट गई।
पढ़ें: