World Environment Day: अपनी समुद्री कार्रवाइयों में कम ईंधन का इस्तेमाल करेगी भारतीय नौसेना
विश्व पर्यावरण दिवस पर भारतीय नौसेना ने समुद्र में अपनी कार्रवाई में कम से कम ईंधन के इस्तेमाल की योजना तैयार की है। इसके लिए डीजल और पेट्रोल के कम इस्तेमाल की रणनीति बनाई गई है जिससे पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचे।
नई दिल्ली, एएनआइ। विश्व पर्यावरण दिवस पर भारतीय नौसेना ने समुद्र में अपनी कार्रवाई में कम से कम ईंधन के इस्तेमाल की योजना तैयार की है। इसके लिए डीजल और पेट्रोल के कम इस्तेमाल की रणनीति बनाई गई है जिससे पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचे। इसे ब्ल्यू वाटर ऑपरेशंस विद ए ग्रीन फुटप्रिंट का नाम दिया गया है।
भारतीय नौसेना हरियाली को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्प
रक्षा मंत्रालय के अनुसार भारतीय नौसेना अनुशासित और पर्यावरण प्रेमी बल है। वह पर्यावरण की सुरक्षा और हरियाली को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्प है। भारतीय समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए नौसेना के जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों के संचालन के लिए बड़ी मात्रा में ईंधन की जरूरत होती है, लेकिन नौसेना इसकी बचत करने के लिए कई तरह की नीतियों का पालन करती है।
ईंधन की बचत के साथ पर्यावरण की सुरक्षा भी होती है
इससे ईंधन की बचत के साथ पर्यावरण की सुरक्षा भी होती है। इसी नीति के तहत नौसेना ने जुलाई 2020 में एझीमाला में तीन मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया है। मुंबई के करांजा नौसेना केंद्र में दो मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया गया है। इन्हें मिलाकर नौसेना के ठिकानों पर कुल 11 मेगावाट बिजली पैदा करने वाले सौर ऊर्जा संयंत्र लगे हुए हैं।
नौसेना खुद को क्लीन एंड ग्रीन नेवी बनाने के लिए कार्य कर रही है
नौसेना खुद को क्लीन एंड ग्रीन नेवी बनाने के लिए कार्य कर रही है। कोरोना काल में नौसेना ने पूरी सतर्कता के साथ प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शारीरिक दूरी के मानदंड का पालन किया है।