16 देशों में रक्षा मंत्रालय की कमान महिलाओं के हाथ
वर्तमान में भारत सहित ऐसे देशों की संख्या 16 हो चुकी हैं जिनमें महिलाओं के पास देश की सुरक्षा वाले इस मंत्रालय का जिम्मा है।
जागरण रिसर्च डेस्क, नई दिल्ली। किसी महिला को पूर्णकालिक रक्षा मंत्री बनाकर भारत ने अच्छी पहल की है, लेकिन कई देशों ने यह प्रयोग बहुत पहले शुरू कर दिया था। वर्तमान में भारत सहित ऐसे देशों की संख्या 16 हो चुकी हैं जिनमें महिलाओं के पास देश की सुरक्षा वाले इस मंत्रालय का जिम्मा है।
इन देशों में हैं महिला रक्षामंत्री
भारत, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, नीदरलैंड, निकारागुआ, केन्या, अल्बेनिया, नार्वे, जर्मनी, इटली, बोस्निया और हर्जेगोविना, स्लोवेनिया, आस्ट्रेलिया, स्पेन, मैसीडोनिया और फ्रांस ।
श्रीलंका (सीलोन) ने की शुरुआत
दुनिया में पहली बार रक्षामंत्री की कमान महिला के हाथ में देने की पहल सीलोन (1972 से पहले श्रीलंका का नाम) ने 1960 में की थी। तत्कालीन महिला प्रधानमंत्री सिरिमाओ भंडारनायके ने यह मंत्रालय अपने पास ही रखा था। इसके बाद वह 1970 से 1977 तक दोबारा प्रधानमंत्री बनी और रक्षामंत्री का प्रभार अपने पास रखा।
शेख हसीना हैं सबसे अनुभवी
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना रक्षामंत्री के तौर पर सबसे अनुभवी महिला हैं। 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बनी शेख हसीना ने रक्षा मंत्रालय भी अपने पास रख पांच साल 33 दिन का कार्यकाल पूरा किया था। इसके बाद 2009 में प्रधानमंत्री बनने के साथ वह अब तक रक्षा मंत्रालय की कमान भी अपने हाथों में लिए हुए हैं।
सिर्फ नौ दिन की रक्षामंत्री
इक्वाडोर की रक्षामंत्री गुआडाल्यूप लारिवा सबसे कम सिर्फ नौ दिन के लिए रक्षामंत्री रही। दरअसल 15 जनवरी 2007 को उन्होंने रक्षामंत्री की कमान संभाली और 24 जनवरी को पांच सैन्य अधिकारियों के साथ हेलीकॉप्टर क्रैश में उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के बाद लॉरेना को रक्षा मंत्रालय की कमान सौंपी गई।
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