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सात घंटे से कम और दस घंटे से अधिक सोने वाली महिलाएं हो सकती हैं दिल की मरीज

यदि आप रोजाना कुल मिलाकर दस घंटे से अधिक सोती हैं तो न केवल आपका मेटाबालिज्म प्रभावित होता है, बल्कि हृदय संबंधी समस्याएं होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Sat, 14 Jul 2018 04:37 PM (IST)Updated: Sat, 14 Jul 2018 07:41 PM (IST)
सात घंटे से कम और दस घंटे से अधिक सोने वाली महिलाएं हो सकती हैं दिल की मरीज
सात घंटे से कम और दस घंटे से अधिक सोने वाली महिलाएं हो सकती हैं दिल की मरीज

नई दिल्‍ली [जेएनएन]। बातचीत के दौरान अक्सर आपने बहुत सी महिलाओं को यह कहते सुना होगा कि क्या करूं मेरी नींद पूरी नहीं हो पाती है। इस कारण मेरी सेहत सही नहीं रहती है। अगर आप भी ऐसा ही सोचती हैं तो आपकी सोच गलत है। हाल ही में हुए अध्ययनों से पता चला है कि यदि आप रोजाना कुल मिलाकर दस घंटे से अधिक सोती हैं तो न केवल आपका मेटाबालिज्म प्रभावित होता है, बल्कि हृदय संबंधी समस्याएं होने का खतरा भी बढ़ जाता है। प्रतिदिन सात घंटे से कम सोने से भी हृदय रोग का खतरा हो सकता है। खासकर रात में रक्तचाप के बढ़ने की परेशानी से ग्रस्त लोगों के लिए यह खतरा और भी ज्यादा होता है।

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हाल ही में दक्षिणी कोरिया में हुए एक अध्ययन के अनुसार जो लोग रोजाना दस घंटे से अधिक सोते हैं न केवल उनकी कमर का माप बढ़ता है, बल्कि उनके शरीर में ट्राईग्लिसराइड का लेवल भी बढ़ जाता है। गौरतलब है कि ट्राईग्लिसराइड का लेवल बढ़ने से हृदय में खून पहुंचाने वाली धमनियों में रुकावट पैदा हो सकती है। इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही हृदय संबंधी अन्य समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि अधिक सोने वाले लोगों में हाईपरटेंशन होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यही नहीं अधिक सोने से शरीर में ब्लड शुगर का लेवल भी बिगड़ जाता है। इससे डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि इस अध्ययन से यह भी पता चला है कि जो महिलाएं प्रतिदिन कुल मिलाकर छह घंटे से कम की नींद लेती हैं, उनको भी विभिन्न प्रकार की शारीरिक और मानसिक समस्याएं घेर सकती हैं। इसलिए यदि आप शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रहना चाहती हैं तो प्रतिदिन कम से कम छह-सात घंटे की नींद अवश्य लें। भले ही यह नींद टुकड़ों में हो। दक्षिणी कोरियाई वैज्ञानिकों का कहना है कि इस अध्ययन के लिए हमने करीब एक लाख से अधिक लोगों का डाटा एकत्र किया, तब हम इस नतीजे पर पहुंचे।

बहुत चुस्त जींस न पहनें 
यह तो आप भी मानती होंगी कि फिगर को आकर्षक लुक देने में जींस का कोई जवाब नहीं। यही कारण है कि आजकल की लड़कियों और युवतियों की वॉर्डरोब का प्रमुख हिस्सा बन गई है जींस। हाल ही में अमेरिका में हुए शोध-अध्ययनों से पता चला है कि लगातार बहुत टाइट जींस पहनना आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। वैसे तो सेहत के लिहाज से किसी भी प्रकार के चुस्त कपडे़ हर किसी के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं, लेकिन अगर आप लगातार चुस्त जींस पहनती हैं तो यह अधिक नुकसानदेह हो सकती है।

शोध से पता चला है कि फिगर को आकर्षक लुक देने वाले बहुत चुस्त कपडे़ त्वचा संबंधी और पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ाने के साथ ही अन्य कई प्रकार की समस्याएं पैदा कर सकते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों का कहना है कि चुस्त जींस से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन जैसी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। इससे कमर के आसपास के हिस्सों में संक्रमण भी हो सकता है। साथ ही सूजन और खुजली की समस्या भी हो सकती है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि लगातार चुस्त जींस पहनने पर ढके हिस्सों पर ऑक्सीजन का सुचारू रूप से आवागमन नहीं हो पाता है। इससे ऐसे हिस्से पर नमी बनी रहती है। इसके कारण कई प्रकार के संक्रमण होने की आशंका बढ़ जाती है। चुस्त जींस पेट पर भी अतिरिक्त दबाव डालती है। इससे हमारे इम्यून सिस्टम पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। लंबे समय तक चुस्त जींस पहनने से कई बार पीठ, कमर और पैरों में भी दर्द की शिकायत होने लगती है। इसलिए बेहतर होगा कि थोड़ा आरामदायक जींस पहनें ताकि आपको विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना न करना पड़े। 


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