Move to Jagran APP

तालिबान राज में अब टीवी नाटकों में काम नहीं कर सकेंगी महिलाएं, पत्रकार भी आएंगी नए नियमों के तहत

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार महिला पत्रकारों और प्रस्तुतकर्ताओं को भी स्क्रीन पर हेडस्कार्फ पहनने का आदेश दिया गया है हालांकि दिशानिर्देश यह नहीं कहते हैं कि किस प्रकार के कवर का उपयोग करना है। रिपोर्टर्स का कहना है कि कुछ नियम अस्पष्ट हैं और व्याख्या के अधीन हैं।

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 22 Nov 2021 01:42 PM (IST)Updated: Mon, 22 Nov 2021 01:42 PM (IST)
तालिबान राज में अब टीवी नाटकों में काम नहीं कर सकेंगी महिलाएं, पत्रकार भी आएंगी नए नियमों के तहत
तालिबान राज में अब टीवी नाटकों में काम नहीं कर सकेंगी महिलाएं, पत्रकार भी आएंगी नए नियमों के तहत

नई दिल्ली, आइएएनएस। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा एक बहुत बड़ी घटना थी। इसके बाद अफगानियों को काफी कुछ झेलना पड़ा। यहां तक भारी जान-माल का नुकसान भी हुआ। वहीं, तालिबानी सरकार द्वारा समय समय पर नए प्रतिबंध लगाए गए। अब दोबारा से फिर कुछ ऐसा हो रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लगाए गए नए नियमों के तहत अफगानिस्तान में महिलाओं को टेलीविजन नाटकों में प्रदर्शित होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

loksabha election banner

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 'महिला पत्रकारों और प्रस्तुतकर्ताओं को भी स्क्रीन पर हेडस्कार्फ पहनने का आदेश दिया गया है, हालांकि दिशानिर्देश यह नहीं कहते हैं कि किस प्रकार के कवर का उपयोग करना है। रिपोर्टर्स का कहना है कि कुछ नियम अस्पष्ट हैं और व्याख्या के अधीन हैं।

अफगान टेलीविजन चैनलों को जारी किए गए तालिबान दिशानिर्देशों के नवीनतम सेट में आठ नए नियम शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें शरिया के सिद्धांतों या इस्लामी कानून और अफगान मूल्यों के खिलाफ मानी जाने वाली फिल्मों पर प्रतिबंध लगाना शामिल है, जबकि पुरुषों के शरीर के अंतरंग हिस्सों को उजागर करना प्रतिबंधित है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान ने जोर देकर कहा है कि विदेशी सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली विदेशी फिल्मों का प्रसारण नहीं किया जाना चाहिए। अफगान टेलीविजन चैनल मुख्य महिला पात्रों के साथ ज्यादातर विदेशी नाटक दिखाते हैं। अफगानिस्तान में पत्रकारों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक संगठन के सदस्य, हुज्जतुल्लाह मुजद्देदी ने कहा कि नए प्रतिबंधों की घोषणा अप्रत्याशित है।

उन्होंने बीबीसी को बताया कि कुछ नियम व्यावहारिक नहीं थे और अगर इसे लागू किया जाता है, तो प्रसारकों को बंद करने के लिए मजबूर किया जा सकता है। बता दें कि लड़कियों और युवतियों को स्कूल से घर पर रहने का आदेश देने के तालिबान के पहले के फैसले ने अफगानिस्तान को दुनिया का एकमात्र ऐसा देश बना दिया, जिसने अपनी आधी आबादी को शिक्षा प्राप्त करने से रोक दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राजधानी काबुल के मेयर ने भी महिला नगरपालिका कर्मचारियों को घर पर रहने के लिए कहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.