गुजरात: गरबे में इस बार 'Chandrayaan2 ', 'Article 370' और प्लास्टिक बैन की धूम!
नवरात्र से पहले गरबे की तैयारी में जुटीं गुजराती लड़कियां अपनी पीठ पर चंद्रयान-2 कश्मीर में अनुच्छेद 370 मोटर वाहन अधिनियम का टैटू बनवाकर जागरुकता का का संदेश दे रही है।
अहमदाबाद, एएनआई। नवरात्र शुरु होने के साथ ही देश में गरबा और डांडिया की धूम मची हुई है। विश्व प्रसिद्ध गुजरात की गरबे में इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ राष्ट्रीय मुद्दों की झलक दिखाई देगी। नवरात्र से पहले गरबे की तैयारी में जुटीं गुजराती लड़कियां अपनी पीठ पर चंद्रयान-2, कश्मीर में अनुच्छेद 370, मोटर वाहन अधिनियम (संशोधित) और प्लास्टिक बैन का टैटू बनवाकर जागरुकता का का संदेश दे रही हैं।
नवरात्र शुरू हो गया है और दुनिया में 'गरबा कैपिटल' के नाम से मशहूर गुजरात में गरबे की तैयारी अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। देर रात तक डांडिया खेलने के लिए राज्य के कोने-कोने में युवक और युवतियां अपने स्टाइल को परफेक्ट बनाने में लगे हुए हैं। गरबे से पहले टैटू बनवाने का क्रेज देखा जा रहा है। इन टैटू में पीएम नरेंद्र मोदी, चंद्रयान-2, अनुच्छेद 370, कश्मीर, धरती को बचाने और प्लास्टिक बैन का संदेश दे रहे हैं।
गरबे में इस साल बैकलेस चोली और भारतीय-पश्चिमी परिधान खूब पसंद किए जा रहे हैं। इसके अलावा डांडिया खेलने वाले लोग अपनी जूलरी और अन्य चीजों में काफी प्रयोग कर रहे हैं। डांडिया खेलने वाले लड़के-लड़कियां इस बार टैटू के माध्यम से सामाजिक संदेश दे रहे हैं।
गरबे में इस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डॉनल्ड ट्रंप को भी जगह मिलती दिख रही है। हाल ही में अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में पीएम मोदी और ट्रंप के बीच मुलाकात का असर गरबे पर भी दिख रहा है। ट्रंप और मोदी टैटू भी युवतियां अपनी पीठ पर बनवा रही हैं। इसके अलावा अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद चर्चा में आए कश्मीर को भी युवा टैटू में जगह दे रहे हैं। युवा तिरंग के साथ बनाए जाने वाले टैटू में पूरे कश्मीर को भारत का हिस्सा बता रहे हैं।
बता दें कि अहमदाबाद में नवरात्र से पहले डांसर्स गरबा का अभ्यास करने में जुट गए हैं। शारदीय नवरात्र के दौरान गरबा नाइट्स और इवेंट्स पूरे गुजरात में आयोजित किए जाएंगे। 29 सितंबर से शुरू हो रहे गरबे के लिए गुजरात के राजकोट में बड़ी संख्या में 'गरबा' के मटके बनाए जा रहे हैं। राजकोट में एक कुम्हार 'गरबा' के मटकों पर केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने से जुड़ा संदेश दे रहा है। मिट्टी के बर्तनों पर इस डिजाइन को बनाने के पीछे इस कुम्हार का उद्देश्य है कि लोगों को मिलजुलकर एक साथ रहना चाहिए।