DATA STORY: बिहार विधानसभा में पिछली बार से कम हो गईं महिला विधायक
चुनावों में 59.7 फीसद महिला मतदाताओं ने वोट किया है जबकि इसके 54.7 फीसद पुरुष मतदाताओं ने ही मतदान किया है। इस बार कुल 57.05 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वहीं 38 में से 23 जिले ऐसे रहे है जहां पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं ने वोट अधिक दिया है।
नई दिल्ली, अनुराग मिश्र/पीयूष अग्रवाल। बिहार विधानसभा चुनाव में बीते चुनाव की तुलना में महिला एमएलए की संख्या में कम हुई है। बीते चुनाव में महिला विधायकों का प्रतिशत जहां 12 थी, वहीं इस बार यह प्रतिशत घटकर 11 रह गया है। इस तरह नई विधानसभा में पुरुष विधायकों का प्रतिनिधित्व 89 फीसद होगा। यह स्थिति तब है, जब चुनावों में महिला मतदाताओं ने जमकर वोट किया है। यहां तक कि पुरुषों के मुकाबले महिला वोटरों का प्रतिशत अधिक है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, चुनावों में 59.7 फीसद महिला मतदाताओं ने वोट किया है, जबकि इसके बनिस्पत 54.7 फीसद पुरुष मतदाताओं ने ही मतदान किया है। इस बार कुल 57.05 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वहीं 38 में से 23 जिले ऐसे रहे है जहां पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं ने वोट अधिक दिया है। यह हाल सिर्फ इन चुनावों का ही नहीं है। बीते दो चुनावों में महिला मतदाताओं ने पुरुषों के मुकाबले अपने मताधिकार का अधिक इस्तेमाल किया है। 2015 में 53.3 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने वोट दिया, तो 60.5 फीसद महिलाओं ने लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
2010 के चुनावों की बात करें तो इस बार भी महिला मतदाता पुरुष मतदाताओं से वोटिंग के मामले में अव्वल थी। इस बार 54.5 फीसद महिला मतदाताओं और 51.1 प्रतिशत पुरुष मतदातओं ने वोट दिया था। चुनाव परिणामों में ये सामने आया कि जहां महिला वोटरों ने मत का प्रयोग अधिक किया, वहां एनडीए महागठबंधन से मजबूत है। इन चुनावों में महिला वोटरों ने निर्णायक ने भूमिका निभाई है।
2010 में महिला प्रतिनिधियों की संख्या 34 थी, वहीं 2015 में महिला प्रतिनिधियों की संख्या घटकर 28 हो गई। इस बार 26 महिला विधायक ही विधानसभा पहुंची हैं। बीते पांच चुनावों में सिर्फ 2010 में ही अधिकतम महिला उम्मीदवार विधानसभा पहुंची थीं।
2005 फरवरी में हुए चुनावों में तीन महिला उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी, वहीं नवंबर 2005 में इसमें बड़ा इजाफा हुआ था। बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में 273 महिला उम्मीदवार चुनावी दंगल में उतरी थी, वहीं इस बार 371 महिला उम्मीदवारों ने चुनावों में अपनी किस्मत आजमाई।