संकटकाल में महिलाओं की सशक्त भूमिका, 2020 की चुनौतियों से संघर्ष कर पाई सफलता
फोर्ब्स पत्रिका ने दुनिया की सर्वाधिक 100 शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल किया है। इन सभी महिलाओं की उम्र और पेशे अलग-अलग हैं पर 2020 की चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्होंने मंचों का इस्तेमाल एक तरीके से किया है।
नई दिल्ली [डॉ. मोनिका शर्मा]। हाल में आई फोर्ब्स पत्रिका की शक्तिशाली महिलाओं की पावर लिस्ट सूची कई मायनों में अहम है। यह वैश्विक स्तर पर कोविड काल में महिलाओं द्वारा समर्थ, सजग और सामुदायिक स्तर पर निभाई गई सार्थक भूमिका की बात लिए है और उन महिलाओं के उदाहरण भी जो अहम पदों और निर्णयात्मक भूमिका तक अपनी पहुंच बनाने में कामयाब हुई हैं। असल में देखा जाए तो कोरोना आपदा से जूझते हुए बीतने वाले इस साल में घर के भीतर और बाहर बहुत कुछ बदल गया है। ऐसे में यह सूची दुनिया भर में अपनी-अपनी भूमिकाओं में प्रभावी कार्य करने और महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाने की दौड़ जीतकर आगे बढ़ने के संघर्ष को भी रेखांकित करती है।
भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ, एचसीएल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोशनी नडार मल्होत्रा और लैंडमार्क ग्रुप की रेणुका जगतियानी को फोर्ब्स पत्रिका ने दुनिया की सर्वाधिक 100 शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल किया है। इन सभी महिलाओं की उम्र और पेशे अलग-अलग हैं, पर 2020 की चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्होंने मंचों का इस्तेमाल एक तरीके से किया है।
गौरतलब है कि निर्मला सीतारमण ने बीते साल ही भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला है। इससे पहले वे रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी निभा भी चुकी हैं। व्यवसाय की दुनिया में बायोफार्मास्युटिकल फर्म बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ स्वयं अपनी मेहनत के बल पर यहां तक पहुंची हैं। उनकी कंपनी कैंसर के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दो अलग-अलग बायोसिमिलर दवाओं के लिए अमेरिकी स्वास्थ्य नियामक (यूएसएफडीए) से अनुमोदन प्राप्त करने वाली पहली कंपनी भी बन गई है। एचसीएल कॉरपोरेशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोशनी नडार मल्होत्रा इस प्रौद्योगिकी कंपनी के लिए सभी रणनीतिक निर्णय लेने वाला चेहरा हैं।
दरअसल 2020 कई मायनों में संघर्ष और समस्याओं का साल रहा है। दुनिया के हर देश में आम जीवन से जुड़ी परेशानियों के अलावा कोरोना के संकट के चलते भी अनगिनत परेशानियां सामने आई हैं। कोविड-19 ने सामाजिक-पारिवारिक और आर्थिक पहलुओं पर कई नए सबक दिए हैं। कितने ही नए सवालों से सामना करवाया है। कहना गलत नहीं होगा कि संकट के समय घर हो, समाज हो या देश। इस दौरान भी दुनिया भर में अपने-अपने क्षेत्रों से जुड़ी महिलाओं ने कई मायनों में अहम भूमिका निभाई है। ऐसे में वैश्विक स्तर पर जो महिलाएं इस सूची में स्थान बनाने में कामयाब हुई हैं, उनकी संवेदनशीलता और संघर्ष किसी न किसी पहलू पर दुनिया भर की स्त्रियों को प्रेरणा देने वाले हैं।
(लेखिका स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं)