Move to Jagran APP

सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली महिला ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका, सुरक्षित प्रवेश की मांग

याचिका में बिंदु आम्मिनी ने कहा है कि कोर्ट केरल सरकार को निर्देश दे कि वह सबरीमाला मंदिर में किसी भी महिला के (सुरक्षित) प्रवेश को सुनिश्चित करे।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 05:49 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 06:19 PM (IST)
सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली महिला ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका, सुरक्षित प्रवेश की मांग
सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली महिला ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका, सुरक्षित प्रवेश की मांग

नई दिल्ली, एएनआइ। सबरीमाला मंदिर में जनवरी में प्रवेश करने वाली दो महिलाओं में से एक बिंदु अम्मिनी ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में बिंदु ने कहा है कि कोर्ट केरल सरकार को निर्देश दे कि वह सबरीमाला मंदिर में किसी भी महिला के (सुरक्षित) प्रवेश को सुनिश्चित करे।

loksabha election banner

बता दें कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर केरल में काफी हंगामा हुआ। मंदिर के ट्रस्ट त्रावणकोर देवासम बोर्ड की ओर से मामले में बताया गया कि भगवान अयप्पा ब्रह्मचारी थे और इस वजह से मंदिर में बच्चियों और महिलाओं के प्रवेश पर रोक है।

मंदिर के बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि ये रोक केवल मासिक धर्म वाली महिलाओं पर ही लागू है। यानी कि जिन बच्चियों का मासिक धर्म शुरू नहीं हुआ है या फिर वैसी महिलाएं जिनका मासिक धर्म खत्म हो चुका है उन पर यह लागू नहीं होता है।

वहीं, 28 सितंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। कोर्ट ने सबरीमाला मंदिर में सभी महिलाओं के प्रवेश की अनुमति दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने यह साफ किया कि हर उम्र की महिलाएं अब मंदिर में प्रवेश कर सकेंगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हमारी संस्कृति में महिलाओं को देवी की तरह पूजा जाता है और मंदिर में प्रवेश से रोका जा रहा है। यह स्वीकार्य नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.